पटना

विधायिका की समाज निर्माण में अहम भूमिका: स्पीकर


      • विधानसभा की गरिमा बनाये रखना विधायकों की जिम्मेदारी: रेणु
      • लोक शिक्षण का विश्वविद्यालय है यह मंदिर: तारकिशोर
      • बिहार को बेहतरी की ओर ले जाना है: चौधरी

(आज समाचार सेवा)

पटना। विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधायिका की समाज निर्माण में अहम भूमिका है। बिहार को नशा मुक्त, अपराध मुक्त, बाल श्रम मुक्त, बाल विवाह और दहेज मुक्त बनाना है। सभी विधायक इसे अपने घर के सामने लिखयोंगे। श्री सिन्हा रविवार को बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की अहम भूमिका है। विधायक देश और समाज हित में काम करते हैं। प्रभाव ऐसा बनाये कि जनता का जन प्रतिनिधियों के प्रति विश्वास बढ़े। विधानसभा भवन का शताब्दी वर्ष पूरे वर्ष मनाया जायेगा। इसके लिए कई तरह के कार्यक्रम मय किये गये हैं। इस दौरान लोकतंत्र का उत्सव बनायें। नैतिक मूल्य के ह्रास को रोकने के लिए समाज में जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए।

युवा वर्ग कों नैतिक मूल्यों के प्रति प्रेरित करना होगा। जनता ने हमें पूजारी के रुप में भेजा है। हम जनता स्वच्छ बिहार, विरासत युक्त बिहार देंगे। डिजिटल साक्षर को हम सम्मानित करेंगे। स्वास्थ्य कर्मियों को भी सम्मानित करेंगे। सामाजिक समरसता कायाम करने वालों को सम्मानित अनुशासन, आचरण व समर्पन  से बदलाव के लिए इमानदारी से प्रयास करना होगा।

उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि न्याय के साथ विकास की अवधारण का साकार कर रहे हैं विधायक। विधायकों का दायित्व सिर्फ आलोचना में नहीं समस्या के समाधान कराना उद्ïदेश्य है। बिहार का विकास करने का संकल्प लें। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि विधानमंडल के लिए आज स्वर्णिम दिन है। विधानमंडल की सांस्कृतिक परंपरायें हैं। सदन में एकरूपता दिखनी चाहिए।

राजद के डा रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि बिहार विधानमंडल ने सामाजिक व राजनीतिक संस्कार गढऩे का काम किया है। नयी परिस्थिति के अनुकूल कानून बनाना हमारा दायित्व है। राजद के ही अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि बिहार को बेहतरी की ओर ले जाना है। मुखिया के मन में किसी के प्रति भेदभाव का भाव नहीं रहना चाहिए। सकारात्मक सुझाव को ग्रहण करना चाहिए।

विधायकों के मान सम्मान की रक्षा होनी चाहिए। शिष्टाचार का पालन प्रशासन के अधिकारी नहीं कर रहे हैं। शासन मुस्तैदी से काम करे। कांग्रेस विधानमंडल के नेता अजित शर्मा ने कहा कि पार्टियों से उप उठ कर बिहार की कठिनाईयों के निराकरण के लिए समेकित रुप से पहल करने की जरूरत है। कांग्रेस के ही विजय शंकर दुबे ने कहा कि विधायकों पर प्रजातंत्रिक प्रणाली और विधायिका को मजबूत करने की अहम जिम्मेवारी है।

प्रजातंत्र को मजबूत व चलायमान बनाने के लिए विधायिका को मजबूत करना होगा। विधायिका कमजोर पड़ेगा तो लोकतंत्र भी कमजोर होगा। शताब्दी वर्ष कार्यक्रम को माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, अएमअइएमएम के अख्तरुल इमान, सीपीआइ के रामरत्न सिंह, सीपीआइएम के  अजय कुमार सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत १५० विधायक और २८ विधान पार्षद मौजूद थे।

कार्यक्रम में नेता विरोधी दल तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव की गैर हाजिरी चर्चा का विषय बना रहा।