पटना

शराब पकड़ने में अरवल का कलेर थाना सूबे में नम्बर वन


मद्य निषेध विभाग ने जारी किया आंकड़ा

अरवल। बिहार में शराबबंदी कानून लागू होते ही शराब माफि़याओं पर नकेल कसने के लिए कलेर पुलिस काफ़ी चौकन्ना है। जबसे सुबे में शराबबंदी कानून लागू हुई है, उसके बाद से ही विदेशी शराब की बड़ी-बड़ी खेप पकड़ने में कलेर पुलिस को सफ़लता हाथ लगी है। मद्य निषेध विभाग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार अरवल जिले के कलेर थाना विदेशी शराब की खेप पकड़ने में सूबे में नंबर वन है। इससे पहले गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना पहले नंबर पर था, लेकिन हाल फि़लहाल में कलेर थाना अध्यक्ष धनंजय कुमार के द्वारा लगातार एक के बाद एक विदेशी शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई, जिसके बाद बिहार में कलेर थाना विदेशी शराब पकड़ने में नंबर वन बन गया है।

अवैध शराब के खिलाफ़ कलेर थाना अध्यक्ष धनंजय कुमार ने पिछले एक साल में 19 ट्रकों में भारी मात्र में विदेशी शराब बरामद की है। शराब माफि़या पुलिस को चकमा देने के लिए तरह-तरह के तरकीब अपना चुके हैं। लेकिन कलेर थानाध्यक्ष धनंजय कुमार की नजरों से बचना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।

शराब तस्करों ने ट्रकों की टेलर में बॉक्स बनाकर शराब की तस्करी शुरू की इसके बावजूद भी कलेर पुलिस ने उनके मंसूबे पर पानी फ़ेर दिया। इसके बाद शराब तस्करों ने ट्रक के केबिन में रास्ता बना कर शराब छुपाकर ले जाने लगे लेकिन कलेर पुलिस ने उन्हें भी दबोच लिया है। इसी तरह शराब तस्करों ने ट्रैवलर्स गाड़ी मे टूरिस्टर के रूप में युवक एवं युवतियों को बिठाकर गार्ड के कैरियर में बॉक्स बनाकर शराब तस्करी का हथकंडा अपनाया।

लेकिन कामयाब नहीं हो सके और कलेर पुलिस ने उसे भी दबोच लिया। मुर्गी के चूजे के बीच शराब की तस्करी का खेल शराब माफि़याओं ने खेलना शुरू कर दिया, लेकिन कलेर पुलिस ने उनके इस खेल को बिगाड़ दिया और मुर्गी के चूजे और अंडे लगे ट्रक से भारी मात्र में शराब बरामद की। शराब माफि़याओं ने कई तरह के तरकीब अपनाई लेकिन कलेर पुलिस ने उनके सारे तरकीबों पर पानी फ़ेर दिया। यही कारण है कि कलेर थाना पूरे बिहार में शराब बरामदगी मामले में नंबर वन बन गया है।