समस्तीपुर (आससे)। समस्तीपुर को नगर परिषद से नगर निगम में प्रोन्नति तो मिल गई, मगर पदाधिकारियों, संवेदकों एवं सफाई कर्मियों की कार्यशैली में रत्ती भर भी फर्क नहीं आया है वह आज भी वही है। इसकी पुष्टि करता ये नजारा है विशुद्ध नए नवेले नगर निगम समस्तीपुर स्थित वीआईपी एरिया डॉ आरपी मिश्रा रोड का। जहां जन आरोग्य को समर्पित डॉ आरपी मिश्रा हॉस्पिटल सहित छोटे बड़े आधा दर्जन चिकित्सा संस्थान और करीब दर्जन भर चिकित्सकों के क्लिनिक, अल्ट्रासाउंड एवं पैथोलॉजी लैब अवस्थित हैं। जहां प्रति दिन सैकड़ों सामान्य एवं आपातकालीन अवस्था में मरीज आरोग्य की कामना ले कर यहां आते हैं।
विगत करीब 15 दिनों से इस रोड में नाला निर्माण का जोर शोर से चल रहा है। पदाधिकारियों में दूरदर्शिता का अभाव कहें, संवेदक की लापरवाही या मजदूरों में कुशलता का अभाव कहें या फिर इस मार्ग के संवेदनशीलता के प्रति उपेक्षा भाव, जिले का सर्वाधिक संवेदनशील वीआईपी एरिया इन दिनों नर्क बना हुआ है। विगत 15 दिनों से सड़क पर फैले बदबूदार कीचड़, और बेतरतीब बिखड़े निर्माण सामग्री ने न सिर्फ यहां रहने वाले चिकित्सकों, दुकानदारों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी मुश्किलें बढ़ा रहा है बल्कि मरीजों के स्वास्थ्य पर भी संकट उत्पन्न कर रहा है।
इस रोड में अवस्थित डॉ आरपी मिश्रा स्वास्थ्य सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन डॉ आरके मिश्रा एवं सेक्रेटरी डॉ कनुप्रिया मिश्रा बताते हैं कि पैदल चलने में सक्षम मरीज तो किसी तरह अपने गंतव्य पर पहुंच भी जाते हैं सबसे अधिक परेशानी आपातकालीन मरीजों के परिजनों को होती है जब एंबुलेंस चालक इस रोड में आने से मना कर देता है। चार चक्का वाहनों की छोड़िए दो पहिया वाहन से भी इस रोड से गुजरना खतरनाक हो गया है। बहरहाल आसमान में बादलों को देख इस रोड में रहने वाले लोगों का कलेजा मुंह को आ जाता है, क्योंकि बारिश के बाद इस रोड की दशा और बदतर होने वाली है। इस समस्या का निकट भविष्य में समाधान होता भी नहीं दिख रहा।