वाराणसी

समाजके शिल्पी थे शिक्षाविद् महामना


महामना के जन्मदिन पर वक्ताओं के विचार
भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के व्यक्तित्व में न केवल शिक्षाविद और एक सफल राजनेता के गुण विद्यमान थे, अपितु वे एक बड़े ही कुशल समाज के शिल्पी भी थे,जिनके व्यक्तित्व,कर्तृत्व और गुणों का महत्व और मूल्य जितना पहले था, उससे ज्यादा वर्तमान समय में है। उक्त उदगार शुक्रवार को धर्म संघ शिक्षा मंडल में मालवीय जी एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के अवतरण दिवस पर आयोजित भव्य भव्य समारोह में वक्ताओं ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्व ब्राह्मण परिसंघ के संरक्षक अधिवक्ता राधे मोहन त्रिपाठी राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, विश्व ब्राह्मण परिषद के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर विद्यासागर पांडे ,केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्रा,विश्व ब्राह्मण परिसंघ के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरिप्रसाद अधिकारी, राष्ट्रीय ब्राह्मण विकास समिति के अध्यक्ष आर एन और उपस्थित सारस्वत अतिथि प्रोफेसर गोविंद प्रसाद दुबे, प्रोफेसर एवं कुलपति प्रदीप कुमार मिश्र सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष अशोक कुमार उपाध्याय बनारस वार के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार पांडे द्वारा दीप प्रज्वलन मंगलाचरण और माल्यार्पण से हुआ। डाक्टर विद्यासागर पांडे एवं पंडित धर्मेंद्र त्रिपाठी द्वारा आए हुए अतिथि गण और दर्शक गण का स्वागत किया गया। इस अवसर पर समाज में विशेष योगदान के लिए प्रोफेसर गोविंद प्रसाद दुबे प्रदीप कुमार मिश्र , अशोक कुमार उपाध्याय ,विनोद कुमार पांडे स्मृति चिन्ह सम्मान पत्र और अंग वस्त्र के साथ ब्राह्मण कुलभूषण के सम्मान से सम्मानित किया गया। सुजीत पांडे, प्रेमचंद मिश्र व सुनील मिश्र को माल्यार्पण और अंगवस्त्रम के साथ सम्मानित किया गया। मालवीय जी के जीवन पर आधारित लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण बड़े ही भाव पूर्ण तरीके से कलाकारों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डाक्टर विश्वनाथ दुबे, कृष्ण मोहन पांडे, अनिल कुमार पांडे, विंध्याचल चौबे, प्रभा शंकर मिश्रा, ओमप्रकाश पांडे, रंजन मिश्रा, आनंद पाठक, नवीन दुबे, डाक्टर सी पी पांडे,रविकांत शुक्ला आदि उपस्थित रहे। संचालन दिवाकर द्विवेदी एवं धन्यवाद ज्ञापन धर्म संघ शिक्षा मण्डल के महासचिव जगजीवन पाण्डेय ने किया।
भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के व्यक्तित्व में न केवल शिक्षाविद और एक सफल राजनेता के गुण विद्यमान थे, अपितु वे एक बड़े ही कुशल समाज के शिल्पी भी थे,जिनके व्यक्तित्व,कर्तृत्व और गुणों का महत्व और मूल्य जितना पहले था, उससे ज्यादा वर्तमान समय में है। उक्त उदगार शुक्रवार को धर्म संघ शिक्षा मंडल में मालवीय जी एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के अवतरण दिवस पर आयोजित भव्य भव्य समारोह में वक्ताओं ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्व ब्राह्मण परिसंघ के संरक्षक अधिवक्ता राधे मोहन त्रिपाठी राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, विश्व ब्राह्मण परिषद के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर विद्यासागर पांडे ,केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्रा,विश्व ब्राह्मण परिसंघ के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरिप्रसाद अधिकारी, राष्ट्रीय ब्राह्मण विकास समिति के अध्यक्ष आर एन और उपस्थित सारस्वत अतिथि प्रोफेसर गोविंद प्रसाद दुबे, प्रोफेसर एवं कुलपति प्रदीप कुमार मिश्र सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष अशोक कुमार उपाध्याय बनारस वार के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार पांडे द्वारा दीप प्रज्वलन मंगलाचरण और माल्यार्पण से हुआ। डाक्टर विद्यासागर पांडे एवं पंडित धर्मेंद्र त्रिपाठी द्वारा आए हुए अतिथि गण और दर्शक गण का स्वागत किया गया। इस अवसर पर समाज में विशेष योगदान के लिए प्रोफेसर गोविंद प्रसाद दुबे प्रदीप कुमार मिश्र , अशोक कुमार उपाध्याय ,विनोद कुमार पांडे स्मृति चिन्ह सम्मान पत्र और अंग वस्त्र के साथ ब्राह्मण कुलभूषण के सम्मान से सम्मानित किया गया। सुजीत पांडे, प्रेमचंद मिश्र व सुनील मिश्र को माल्यार्पण और अंगवस्त्रम के साथ सम्मानित किया गया। मालवीय जी के जीवन पर आधारित लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण बड़े ही भाव पूर्ण तरीके से कलाकारों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डाक्टर विश्वनाथ दुबे, कृष्ण मोहन पांडे, अनिल कुमार पांडे, विंध्याचल चौबे, प्रभा शंकर मिश्रा, ओमप्रकाश पांडे, रंजन मिश्रा, आनंद पाठक, नवीन दुबे, डाक्टर सी पी पांडे,रविकांत शुक्ला आदि उपस्थित रहे। संचालन दिवाकर द्विवेदी एवं धन्यवाद ज्ञापन धर्म संघ शिक्षा मण्डल के महासचिव जगजीवन पाण्डेय ने किया।