पटना

सीएम ने सुनी 149 फरियादियों की शिकायत, काररवाई का निर्देश


पिता की मृत्यु के 24 वर्ष हो गये, मगर अनुकंपा पर नहीं मिली नौकरी

(आज समाचार सेवा)

पटना। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने १४९ फरियादियों की शिकायतों को सुना तथा उसका ऑन स्पॉट कार्रवाई का निर्देश संबंधित विभागों को दिया। पश्चिम चंपारण से आयी एक महिला फरियाद ने कहा कि मेरे पिताजी सरकारी में थे। गन्ना विभाग में तैनात थे। छह सितंबर १९९७ को उनकी मौत हो गयी। मेरी मां के निधन के १२ साल और पिता के निधन के २४ साल बाद भी अब तक अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं मिली। मैने सभी जगह गुहार लगायी है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

त्रिवेणीगंज सुपौल से आये के फरियादी ने कहा कि वर्ष २००८ में कुशहा त्रास्दी के दौरान ही त्रिवेणीगंज में एक पुल टूट गया था, लेकिन आज तक वह नहीं बन सका है। यह सुन मुख्यमंत्री ने कहा यह काफी संवेदनशील मामला है। आखिर यह कैसे हुआ। हमने तो कर्ज लेकर एक-एक काम कराया है फिर भी बचा कैसे रह गया। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जांच करवाईये और जिम्मेवार लोगों को चिन्हित करायें। जरूरत हुई तो मुख्य सचिव के साथ बैठक कर इसका निदान करें।

गोपालगंज के एक आवेदक ने शिकायत करते हुए कहा कि उनके जिले के चौरांव पैक्स के अध्यक्ष, प्रबंधक एवं कर्मचारियों द्वारा जिला सहकारिता विभाग की मदद से १७०० से अधिक किसानों की जमा राशि का गबन किया गया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अररिया के शिकायतकर्ता ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत की। बीदुपुर वैशाली के एक शिकयत कर्ता ने अपने राशन काउ्र नहीं बनवाये जाने के संबंध में शिकायत की तो हसनपुर समस्तीपुर के एक आवेदक ने उनके पंचायत में मनरेगा योजना में अनियमितता की शिकायत की।

दरभंगा के शिकायतकर्ता ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत ऋण स्वीकृत नहीं होने, नारदीगंज नवादा के एक आवेदक ने अपने वार्ड में मुखिया के कारण नल-जल का पानी नही पहुंचन की शिकायत की, कैमूर के शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत दूसरी किस्त नहीं मिलने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने सभी शिकायतों का समाधान करने का निर्देश संबंधित विभागों को दिया।

एक आवेदक ने मुख्यमंत्री से कहा कि धान की अधिप्राप्ति के छह माह बाद भी पैसा नहीं मिल पा रहा है। पैसे के अभाव में मैं अपनी मां का इलाज नहीं करा पा रहा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि धान बेचने वालों को क्यों नही पैसा मिला। इस मामले को देखें और जितने भी इस तरह के मामले हैं उसका तुरंत समाधान करें। जोंगबनी से आये एक आवेदक ने कहा कि मस्जिद तक जाने के लिए उनके पास कोई रास्ता नहीं है। गांव के ही एक शख्स द्वारा जमीन कब्जा कर रास्ता को बंद कर दिया गया है। गोपालगंज के एक रिटायर्ड प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने कहा कि सेवानिवृत्ति के पश्चात भी मुझे सेवांत लाभ नहीं दिया गया है। कृषि विभाग के द्वारा मेरा पेंशन रोक दिया गया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को मामले की जांच कर तुरंत उचित कार्रवाई करने को कहा।

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उद्योग मंत्री सैयद शहनवाज हुसैन, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह, पीएचइडी मंत्री रामपृत पासवान, सहकारिता मंत्री सुवाष सिंह, गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, डीजीपी एसके सिंघल, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार,  प्रधान सचिव पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह के अलावा सभी संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव सचिव तथा पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा आदि मौजूद थे।