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स्वास्थ्य मंत्री-सावधानी नहीं बरतने का नतीजा है यह, वैक्सीनेशन के बाद भी नहीं रहें बेपरवाह!


नई दिल्ली. देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने चिंता जताई है. साथ ही उन्होंने यह कहा है कि लोग कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जारी किए गए दिशा निर्देशों और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है. इसकी वजह से कई राज्यों में कोरोना का प्रसार तेजी से हो रहा है.

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि केवल कुछ राज्यों का देश में कुल बढ़ते मामलों का 80 फीसदी से अधिक भाग बनता है. इन बढ़ते मामलों की खास वजह लोगों का कोविड अनुकूल व्यवहार की अनदेखी करना है. यह जरूरी है कि वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद भी कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन किया जाए.

उन्होंने कहा कि हमें, कोविड अनुकूल व्यवहार और कोविड के वैक्सीन के बारे में जागरूकता बढ़ाने से वैक्सीनेशन को एक जन-आंदोलन बनाना है. उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 3 करोड़ से ज्यादा को वैक्सीन की डोज लगाई गई हैं और वैक्सीनेशन अभियान में तेजी आ रही है.

डॉ हर्षवर्धन ने यह सभी बातें संसद में सुपर स्पेशलिस्ट परामर्श के लिए आयोजित छठे स्वास्थ्य शिविर कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) की उपस्थिति में उद्घाटन करते हुये कही.

इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद वेंकटेश जोशी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह और अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.

वर्ष भर पार्लियामेंट हाऊस एनेक्सी चिकित्सा केन्द्र में प्रदान कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सभी के लिए महत्वपूर्ण विषय है. विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों की सेवाएं, प्रयोगशाला जांच, एक्सरे और अल्ट्रासाउंड समेत, परामर्श सेवाएं उपलब्ध रहती हैं.

पिछले वर्षों में आयोजित शिविरों में सांसदों, पूर्व सांसदों, उनके परिजनों और अन्य कर्मचारियों समेत बड़ी संख्या में लाभार्थियों ने चिकित्सा केन्द्र की सेवाओं से फायदा उठाया. कोविड की जांच और इस वर्ष कोविड वैक्सीन लगाने के संसद परिसर में प्रबंध किए गए.

पार्लियामेंट हाऊस एनेक्सी में समय-समय पर चिकित्सा केन्द्र में विशेष स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित किए जाते हैं। ये शिविर 2004 के बाद कई बार (2004, 2006, 2010, 2015, 2019) आयोजित किए गए.

सामान्य सेवाओं के अलावा सांसदों को हृदय रोग, न्यूरोलॉजी, एंड्रोक्रिनालॉजी और गेस्ट्रोएंट्रालॉजी समेत सभी सुपर स्पेशलिटी के परामर्श दिए जाते हैं. इसके अलावा आयुष सेवाएं और पोषण सेवाएं भी उपलब्ध रहती हैं.

दिसंबर, 2019 में आयोजित शिविर में लगभग 240 सासंदों ने उपलब्ध सेवाओं का लाभ उठाया. आज के विशाल स्वास्थ्य शिविर में एम्स के विशेषज्ञों द्वारा कार्डियोलॉजी, कार्डियोवस्कुलर सर्जरी और पल्मोनोलॉजी की स्पेशलिटी सेवाएं शुरू की गई हैं.