पटना

हर घर नल का जल योजना को आरटीपीएस में करें शामिल


सीएम ने की नल जल योजना की अद्यतन स्थिति की समीक्षा, बचे हुए वार्डों में तेजी से काम पूरा करें: नीतीश

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हर घर नल का जल योजना को आरटीपीएस में शामिल करें शिकायतों का तय समय सीमा मे निपटारा हो सके। बचे हुये कार्य को जल्द पूरा करें। वे मंगलवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की हर घर नल का जल योजना के अद्यतन प्रगति की जानकारी ले रहे थे।

समीक्षा के दौरान पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 99.06 प्रतिशत वार्डों में काम पूर्ण हो चुका है, लोगों के घर तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बचे हुए वार्डों का काम जल्द से जल्द पूर्ण कर लिया जायेगा।

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव श्री जीतेन्द्र श्रीवास्तव ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से हर घर नल का जल योजना की प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 97 प्रतिशत वार्डों में काम पूर्ण हो चुका है। गुणवत्ता प्रभावित और गैरगुणवत्ता प्रभावित बचे हुए वार्डों में तेजी से काम चल रहा है। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद किशोर ने बताया कि 88.55 प्रतिशत वार्डों में काम पूर्ण हो चुका है और बचे हुए वार्डों में तेजी से कार्य को पूर्ण कर लिया जायेगा।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए हर घर नल का जल योजना चलाई है। लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो और खुले में शौच से मुक्ति मिल जाय तो लगभग 90 प्रतिशत बीमारियों से छुटकारा मिल जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी को स्वच्छ पेयजल हमेशा उपलब्ध रहे इसके लिए मेंटेनेंस की व्यवस्था बनाये रखें। हर हाल में उचित रखरखाव जरुरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बचे हुए वार्डों में तेजी से काम पूर्ण करें। गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्रों में योजना को पूर्ण करने को लेकर विशेष पहल करें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में यात्रा के दौरान हमने खगडिय़ा में स्नान और पानी पीने के क्रम में आर्सेनिक के प्रभाव को देखा था। आर्सेनिक, फ्लोराइड एवं आयरन प्रभावित वार्डों में तेजी से कार्य पूर्ण करें क्योंकि इससे कई प्रकार की बीमारियों होती है। जिन वार्डों में योजना को पूर्ण करने में कुछ समस्यायें आ रही हैं, वहां स्थानीय लोगों का भी सहयोग लें। गया शहर में बचे हुए वार्डों के कार्य को तेजी से पूर्ण करें। वहां गंगा का जल लोगों को शुद्ध पेयजल के रुप में उपलब्ध कराये जाने को लेकर तेजी से कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट का जमीनी मुआयना करें। जलापूर्ति योजना की क्रियाशीलता का सतत् अनुश्रवण करें। नई तकनीक का प्रयोग कर सही सूचना का संकलन करें और लोगों की शिकायतों का शीघ्र समाधान करें। उन्होंने कहा कि हर घर नल का जल योजना को बिहार लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम के दायरे में शामिल करें ताकि किसी प्रकार की समस्या होने पर लोगों को एक निश्चित समय सीमा के अंदर उसका समाधान हो सके। कोई भी इस योजना के लाभ से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करें कि पानी का दुरुपयोग नहीं करें, यह पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक है।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री सह नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री रामप्रीत पासवान, पंचायती राज मंत्री श्री सम्राट चैधरी, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज श्री अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग श्री आनंद किशोर, सचिव लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण श्री जीतेन्द्र श्रीवास्तव, पंचायती राज विभाग के निदेशक डॉ. रंजीत कुमार सिंह जुड़े हुए थे।