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‘ हेमंत सोरेन JMM के घुसपैठियों की वजह से…’, इस दिग्गज नेता ने बता दी पार्टी के ‘अंदर की बात’


दुमका। हेमंत सोरेन के जेल जाने के लिए झारखंड पीपुल्स पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा ने झामुमो के अंदर के घुसपैठियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि झामुमो के अंदर कई ऐसे नेता हैं, जो पार्टी को हाईजैक कर भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं।

 

इनमें सुपर सीएम कहलाने वाले पिंटू प्रसाद, सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद पांडेय, विनोद सिंह, पंकज मिश्रा जैसे लोग शामिल हैं। इन्हीं की वजह से हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में आरोपित बनना पड़ा है।

ऐसे घुसपैठियों को पार्टी से बाहर निकालने की जरूरत है। बेसरा शुक्रवार को दुमका में थे। उन्होंने घुसपैठियों को पहचान कर उन पर कार्रवाई करने की सलाह झामुमो को दी।

झामुमो माटी की पार्टी, करेंगे सुदृढ़

झारखंड पीपुल्स पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा ने शुक्रवार को कहा कि वह भ्रष्टाचार से कभी भी समझौता नहीं करेंगे। उनका स्पष्ट मानना है कि जिसने भी भ्रष्टाचार किया है, उन पर संबंधित जांच एजेंसियों को निसंदेह शिकंजा कसना चाहिए।

हालांकि, सूर्य सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए कहा कि ईडी ने अभी उन्हें आरोपित बनाया है और उनका दोषसिद्ध नहीं हुआ है। उन पर अभी कोई चार्जशीट भी दाखिल नहीं हुआ है। इसलिए, हेमंत सोरेन को न्याय मिलना चाहिए और उन्हें भरोसा है कि न्यायिक तरीके से वह इस लड़ाई को बखूबी लड़ेगे।

उन्होंने कहा कि फिलहाल, वह हेमंत सोरेन की गैरमौजूदगी में उनकी कल्पना को वह साकार करेंगे। झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम के प्रति नरमी जताते हुए कहा कि वह झामुमो के पुराने नेता हैं। झामुमो को उनकी मांगों पर न सिर्फ विचार करना चाहिए, बल्कि राजमहल लोकसभा सीट से उन्हें टिकट भी देना चाहिए। भाजपा को हराना उनकी प्राथमिकता है।

नेतृत्व विहीन हो चुका है झामुमो

एक सवाल पर सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि झामुमो को बचाने के लिए वह अपनी पार्टी का विलय झामुमो में कर सकते हैं। इसके पीछे न तो उनका कोई राजनीतिक हित है और न ही कोई स्वार्थ। उनकी मंशा बस वर्तमान समय में नेतृत्व विहीन हो चुके झामुमो के अस्तित्व को बरकरार रखना है क्योंकि जब क्षेत्रीय दल झामुमो रहेगा तब ही यहां की माटी भी बचेगी।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में न सिर्फ इसके लिए वह अपनी प्रयासों को गति देंगे, बल्कि तमाम क्षेत्रीय झारखंड नामधारी दलों को भी एकजुट कर झामुमो के छतरी के नीचे लाने का प्रयास करेंगे।