Post Views: 593 दीपकुमार शुक्ल पूर्णतया पंगु हो चुकी देशकी स्वास्थ्य सेवाओंका स्वत: संज्ञान लेते हुए शीर्ष अदालतने कहा कि इस विकट परिस्थितिमें हम मूकदर्शक नहीं रह सकते। मद्रास तथा इलाहाबाद हाईकोर्टने इस विभीषिकाके लिए चुनाव आयोगको दोषी माना है। जबकि दिल्ली हाईकोर्टने ऑक्सीजन संकटपर सवाल उठाते हुए प्रदेश सरकारसे कहा कि अब हमारा विश्वास […]
Post Views: 545 जोगिन्दर सिंह किसी देशको अपना भविष्य उज्ज्वल बनानेके लिए उसके बचपनकी देखभाल, पालन-पोषण और संभाल करनी आवश्यक है। जीवनके पहले आठ सालमें और खासकर बाल्यावस्थाके पहले तीन सालके दौरान बच्चेका ठीक पालन-पोषण और देखभाल करना बहुत जरूरी है। इसका असर बच्चेके पूरे जीवनपर पड़ता है। शुरुआती सालोंमें देखभाल और बच्चोंका सही पालन-पोषण […]
Post Views: 499 ऋतुपर्ण दवे इसमें कोई दो मत नहीं कि दुनियाका सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत है जहां लोक यानी जनता अपने भरोसेमंदों नुमाइंदे बनाकर जन उत्तरदायी व्यवस्थाओंकी संचालित प्रणालियोंकी अगुवाई और सुधारकी गुंजाइशोंकी जिम्मेदारी देती है। लोकतंत्रके यह पहरु, आम चुनावोंके जरिये चुने जाकर देश-प्रदेशकी सरकारोंसे लेकर गांवकी पंचायतोंतकमें पक्ष-विपक्षमें बैठकर आमजनके हितके […]