टेलीकाम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने नीलामी को लेकर उत्साहित नजर आए। उन्होंने इसे अच्छा रिस्पांस बताते हुए शुक्रवार को को कहा था कि नीलामी के लिए रखे गए कुल स्पेक्ट्रम का लगभग 71 प्रतिशत अब तक बेचा जा चुका है। शुक्रवार को सातवें दौर की बोली लगाई गई थी जिसमें 231.6 करोड़ रुपए हासिल हुए। शुक्रवार तक कुल 23 दौर की बोली लगाई जा चुकी है।
Heartfelt thanks to the telecom industry for making the 5G auction a success.
Let’s all work together to make telecom a sunrise industry.#IMC2022 pic.twitter.com/lYUpWBljTc
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) July 28, 2022
अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो, सुनील मित्तल के नेतृत्व वाली भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और अरबपति गौतम अडानी की प्रमुख अदानी इंटरप्राइजेज 5जी स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाने की दौड़ में है। 4G की तुलना में 5G लगभग 10 गुना तेज स्पीड और स्मूथ कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इससे अरबों कनेक्टेड डिवाइसों को रीयल-टाइम में डेटा साझा करने में आसानी होगी।
बोली के पहले दिन मंगलवार को चार दौर की नीलामी में 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोली लगायी गयी थी। जियो और एयरटेल के उत्तर प्रदेश (यूपी) पूर्वी सर्कल में 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए आक्रमक तरीके से बोली लगाने के साथ स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां शुक्रवार को भी जारी रहीं।
कुल मिलाकर, 72 गीगाहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रम कम से कम 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य की है। नीलामी विभिन्न लो फ्रीक्वेंसी (600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज), मीडिया फ्रीक्वेंसी (3,300 मेगाहर्ट्ज) और हाई फ्रीक्वेंसी (26 गीगाहर्ट्ज़) फ्रीक्वेंसी बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए आयोजित की जा रही है।
5G के आने के बाद ऐसे कनेक्शन दिए जा सकेंगे जो जो कि भीड़-भाड़ वाले इलाका होने के बाद भी कुछ ही सेकंड में मोबाइल डिवाइस पर फुल-लेंथ हाई-क्वालिटी वीडियो या मूवी डाउनलोड करने में सक्षम होंगे। इसका मतलब है कि आप अपने मोबाइल पर आसानी से लाइव या फिर मूवी डाउनलोड करके देख सकेंगे। 5G का बड़ा फायदा हेल्थ सेक्टर में देखने को मिलेगा। इससे ई-हेल्थ सेवा की पहुंच आसान होगी। इसके साथ ही अधिक स्पीड होने के कारण कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिलेगा।