Post Views: 556 बलदेव राज भारतीय मन चंचल है। मनकी स्थिरता शांति प्रदान करती है। परंतु मनके तुरंग उसे कहां स्थिर रहने देते हैं। मन ही है, जिसके लिए कोई स्थान दुर्गम नहीं है। मन ही है, जिसकी गति प्रकाशकी गतिसे भी अधिक है या यूं कह लीजिए कि समस्त ब्रह्मïाण्डमें सबसे तेज गति मनकी […]
Post Views: 464 दिल्लीमें तेरह हजार बेडकी सुविधा है और पर्याप्त वेंटिलेटर भी मौजूद हैं जिससे लोगोंको घबरानेकी जरूरत नहीं है। जैनने स्वास्थ्य सुविधाओंको लेकर अन्य तमाम बातें भी कहीं लेकिन सवाल यही है कि राजधानी कि इतनी बिगडती स्थितिमें मंत्री किस आधारपर अपनी प्रशंसा कर रहे हैं। दिल्लीके सभी सरकारी अस्पतालोंमें हाल इतना खराब […]
Post Views: 840 कोरोनाकी भयावहता खत्म होनी चाहिए, परन्तु हममेंसे कोई यह सोचनेको शायद ही तैयार है कि क्या यह सब कोरोना संकटको दूर करनेका कारण बन सकते ह। विश्व एवं भारतमें जिस तरह कोरोना बार-बार धमक रहा है उससे जीवनका एक-एक पहलू दुष्प्रभावित है। केवल राजनीति नहीं, व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षणिक। […]