पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि सरकार को एक्साइज ड्यूटी कम करके आम लोगों को राहत देनी चाहिए. इसके अलावा पिछली सरकारों पर आरोप नहीं डालने की नसीहत भी दी गई है. सोनिया गांधी ने आगे सवाल किया है कि सरकार रेट बढ़ाने के अपने कदम को सही कैसे ठहरा सकती है? सोनिया गांधी ने पत्र में सरकार से पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को कम करके रामधर्म का पालन करने की अपील की है.
पत्र में सोनिया गांधी ने लिखा है, ‘सरकारों का चुनाव लोगों का बोझ कम करने के लिए किया जाता है, न कि उनके हितों पर कुठाराघात करने के लिए. मैं आपसे आग्रह करती हूं कि आप ईंधन की कीमतों में तत्काल कमी करके कच्चे तेल की कम कीमतों का लाभ मध्यम श्रेणी, वेतनभोगी तबके, किसानों, गरीबों और आम आदमी को दें. ये सब लोग लंबे समय से अभूतपूर्व आर्थिक मंदी, चौतरफा बेरोजगारी, वेतन में कमी और नौकरियां खो देने के कारण भयावह संघर्ष के दौर से गुजर रहे हैं.’
पत्र में आगे कहा गया है कि मोदी सरकार के लगभग सात साल पूरे हो गए हैं लेकिन अब भी एनडीए सरकार अपने आर्थिक कुप्रबंधन के लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहराती है. आगे दावा किया गया कि देश में 2020 में कच्चे तेल का उत्पादन पिछले 18 साल के न्यूनतम स्तर पर है.