एक मार्च को चस्पा किया गया था नोटिस
यूआईटी उदयपुर ने एक मार्च को एएएसपी दिव्या मित्तल के रिजॉर्ट पर नोटिस चस्पा कर उसे 24 घंटे में खाली करने को कहा था, जिसका पालन नहीं किए जाने पर गुरुवार शाम को बुलडोजर और कई जेसीबी ले जाकर यूआईटी अधिकारियों ने कार्रवाई की चेतावनी दी। देर रात रिजॉर्ट में ठहरे कलाकारों के दल ने अपना सामान रिजॉर्ट के बाहर निकाल लिया और दूसरी जगह शिफ्टिंग करने लगे।
नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर की कार्रवाई
बताया जा रहा है कि दिव्या मित्तल ने यूआईटी से शहर से करीब 25 किमी दूर चिकलवास गांव में खेती की जमीन खरीदी और फॉर्म हाउस बनाने की मंजूरी ली, लेकिन वहां रिजॉर्ट बनाकर कमर्शियल उपयोग किया। ऐसे में यूआईटी ने पहले तो नोटिस देकर जबाव मांगा, लेकिन जबाव नहीं मिला तो यूआईटी टीम गुरुवार देर रात कार्रवाई करने पहुंच गई।
दिव्या मित्तल ने फार्म हाउस का भू-उपयोग परिवर्तन कराए बिना आलीशान रिजॉर्ट बनवा लिया था। कमर्शियल रूप से उपयोग होने के कारण यूआईटी ने इसे गलत माना। बताया गया कि रिजॉर्ट का प्रति दिन तीन से पांच लाख रुपये तक किराया लिया जा रहा था।
यूआईटी तहसीलदार विमलेंद्रसिंह का कहना है कि दिव्या और सुमित के नाम से यूआईटी ने फार्म हाउस बनाने की मंजूरी दी थी। तब आधी जमीन कृषि खाते की थी। यहां बिना अनुमति रिजॉर्ट बना लिया गया। नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर यूआईटी ने यह कार्रवाई की।
दवा कारोबारी का केस से नाम हटाने के लिए मांगी थी घूस
अजमेर एसओजी ग्रुप की एएसपी दिव्या मित्तल ने हरिद्वार के दवा कारोबारी को केस से बाहर निकालने को लेकर दो करोड़ रुपये की रिश्वत उसके लिए दलाली करने वाले पूर्व पुलिसकर्मी सुमित जाट के जरिए मांगी थी, जिसकी शिकायत पर एसीबी ने 16 जनवरी को दिव्या मित्तल को पकड़ा था। सुमित जाट भी पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जेल में है। बताया गया कि सुमित जाट उदयपुर स्थित दिव्या के रिजॉर्ट में भागीदार है।
प्रदेश में बुलडोजर की यह तीसरी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर राजस्थान में भी अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। एएसपी दिव्या मित्तल के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाए जाने से पहले राजस्थान सरकार ने पेपर लीक प्रकरण में भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के जयपुर स्थित अधिगम कोचिंग संस्थान की बिल्डिंग पर भी बुलडोजर चलाया था। उसके बाद सारण के घर पर भी बुलडोजर चलाया था।
लग्जरी लाइफ की शौकीन थी दिव्या
उदयपुर में पुलिस उप अधीक्षक रही दिव्या के बारे में यहां के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दिव्या हमेशा से लग्जरी लाइफ की शौकीन थी। उदयपुर में उनके रिजॉर्ट नेचर हिल पैलेस के बारे में वह जानते थे, लेकिन इसके अलावा उनकी और भी प्रोपर्टी हो सकती हैं, जो दिव्या ने अपने रिश्तेदारों के नाम से खरीदी है। दिव्या हर साल प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करती है।
उतार-चढ़ाव भरी रही पर्सनल लाइफ
बताया जाता है कि दिव्या मित्तल की पर्सनल लाइफ बेहद उतार-चढ़ाव वाली रही है। जून 2014 में दिव्या की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए हिसार के सीए प्रतीक अग्रवाल से हुई थी। कई दिनों तक साथ में रहने के बाद प्रतीक और दिव्या ने गुपचुप तरीके से मंदिर में जाकर शादी कर ली थी। इसके बाद दोनों पति-पत्नी के रूप में किराए के मकान में साथ रहने लगे।
इससे पहले, दोनों भरतपुर, उदयपुर, मथुरा में भी साथ रहे थे। दोनों के बीच विवाद होने पर दिव्या के पिता विनोद मित्तल ने 2015 में हिसार पुलिस को दहेज प्रताड़ना की शिकायत दी थी। विवाद होने के बाद दोनों के बीच तलाक हो गया।
45 साल पहले हरियाणा से झुंझुनूं आया परिवार
दिव्या मित्तल का परिवार मूलत: हरियाणा में चरखीदादरी का रहने वाला है। करीब 45 साल पहले परिवार हरियाणा से झुंझुनूं के चिड़ावा में शिफ्ट हो गया था। पिता ने ट्रैक्टर की एजेंसी खोली थी। बाद में एजेंसी बंद कर दी थी। दिव्या दो भाई व तीन बहनों में सबसे छोटी है। एक भाई अभी पिलानी (झुंझुनूं) में बिजनेस कर रहा है। दूसरे भाई का प्रॉपर्टी व माइनिंग का काम है। दिव्या के माता-पिता अभी भी गांव में ही रहते हैं।