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बिजलीके अन्य विकल्पकी जरूरत
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 672 डा. भरत झुनझुनवाला जलविद्युतके उत्पादनके लिए नदियोंको अवरोधित किया जा रहा है और मछलियोंकी जीविका दूभर हो रही है। लेकिन मनुष्यको बिजलीकी आवश्यकता भी है। अक्सर किसी देशके नागरिकोंके जीवन स्तरको प्रति व्यक्ति बिजलीकी खपतसे आंका जाता है। अतएव ऐसा रास्ता निकालना है कि हम बिजलीका उत्पादन कर सकें और पर्यावरणके दुष्प्रभावोंको […]
इस्लामिक देशोंमें बदलावकी बयार
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 725 प्रणय कुमार परिवर्तन प्रकृतिका शाश्वत नियम है। युगीन आवश्यकता एवं वर्तमान परिस्थिति-परिवेशके अनुकूल परिवर्तन सतत चलते रहना चाहिए। इसीमें अखिल मानवता और जगतीका कल्याण निहित है। परिवर्तनकी यह प्रक्रिया चारों दिशाओं और सभी पंथों-मजहबोंमें देखनेको मिलती रही है। इस्लाममें यह प्रक्रिया धीमी अवश्य है, परन्तु सतहके नीचे वहां भी परिवर्तनकी तीव्र कामना […]
जनसंख्या घनत्वसे उपजेगी नकारात्मकता
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 581 डा. प्रदीप कुमार सिंह मानव द्वारा प्राकृतिक संसाधनोंका दोहन, संसाधनों के लिए बढ़ता संघर्ष व अन्य प्राणियों के लिए बढ़ती संवेदनहीनता, आदि पर्यावरण के लिए खतरा बन चुके है। पौराणिक इतिहास में उल्लेख है कि जब-जब ऐसा हुआ, पृथ्वीने गाय का रूप धारण कर ब्रह्मा, विष्णु, महेशके समक्ष अपनी पीड़ा प्रस्तुत करते […]