जॉर्जटाउन, । विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को गुयाना पहुंचे। यहां उन्होंने जमैका के विदेश मंत्री कामिना जॉनसन स्मिथ के साथ चौथी भारत-कैरीकॉम मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता की। इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद से निपटने सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। जयशंकर ने शनिवार को ट्वीट किया, “जमैकन एफएम @kaminajsmith के साथ @CARICOMorg मुख्यालय में चौथी भारत-कैरिकॉम मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता की। हम सभी को आमंत्रित करने के लिए एफएम गुयाना ह्यूग टॉड को धन्यवाद।”
कैरीकॉम की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, कैरेबियन कम्युनिटी एंड कॉमन मार्केट (CARICOM) की स्थापना चौगुआरामास की संधि द्वारा की गई थी, जिस पर बारबाडोस, जमैका, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो ने हस्ताक्षर किए थे और 1 अगस्त, 1973 को प्रभाव में आए। इसके बाद अन्य आठ कैरिबियाई क्षेत्र कैरीकॉम में शामिल हो गए।
विदेश मंत्री ने ट्वीट कर की सराहना
विदेश मंत्री ने ट्वीट में सूरीनाम, सेंट किट्स एंड नेविस, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, बारबाडोस, त्रिनिदाद और टोबैगो, डोमिनिका, ग्रेनाडा के कैरिबियाई देशों के अपने समकक्षों और बेलीज और बहामास के प्रतिनिधियों के दृष्टिकोण की सराहना की। जयशंकर ने ट्वीट में बताया कि व्यापार और अर्थव्यवस्था सहित हमारे व्यापक क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा की साथ ही कृषि और खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और फार्मा, ऊर्जा, इंफ्रास्ट्रक्चर, आईसीटी और ई-गवर्नें, विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण, उच्च शिक्षा, संस्कृति पर भी चर्चा हुई।
इस साल संयुक्त आयोग की दूसरी बैठक आयोजित करने पर बनी सहमति
विदेश मंत्री ने बताया कि जलवायु परिवर्तन और आपदा लचीलापन, आतंकवाद का मुकाबला, सुधारित बहुपक्षवाद और बहुपक्षीय मंचों पर निकट सहयोग के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। इस साल संयुक्त आयोग की दूसरी बैठक आयोजित करने सहित अनुवर्ती कदमों पर सहमति बनी।