Post Views: 1,838 जग्गी वासुदेव भक्ति कुदरतकी तरह है। कुदरत देनेमें कंजूसी नहीं करती, वह हर चीजमें अपने आपको पूरी तरहसे समर्पित कर देती है, कुदरतकी हर चीज अपनी पूरी क्षमतासे देना जानती है। जबकि मनुष्य बचत करनेका प्रयास करता है। क्योंकि इनसान खुशी, अपना प्यार और वह सारी बातें, जो उसके लिए बेहद प्रिय […]
Post Views: 900 डा. नीलम महेंद्र वर्ष २०२१ में भारतको स्वराज प्राप्त हुए ७४ वर्ष पूर्ण हुए और हम स्वतंत्रताके ७५वें वर्षमें प्रवेश कर रहे हैं। इस अवसरपर देश स्वाधीनताका अमृत महोत्सव मना रहा है। ऐसे समयमें प्रधान मंत्री उत्तर प्रदेशके अलीगढ़में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राजकीय विश्वविद्यालयकी आधारशिला रखते हैं। भारत जैसे देश जो […]
Post Views: 752 अनूप भटनागर केन्द्र सरकार भले ही देशवासियोंपर जबरन परिवार नियोजन थोपनेका विरोध कर रही है लेकिन देशकी तेजीसे बढ़ती आबादी और इस वजहसे घटते संसाधन सरकारको देर-सवेर जनसंख्या नियंत्रणके लिये प्रभावी कदम उठानेपर मजबूर कर देंगे। केन्द्र सरकारने हालमें सर्वोच्च न्यायालयको सूचित किया है कि परिवारमें बच्चोंकी संख्याके बारेमें पति-पत्नीको ही निर्णय […]