मृतक के परिजनों ने जमकर किया हंगामा
कुर्था। स्थानीय थाना क्षेत्र में चल रहे दर्जनों अवैध निजी नर्सिंग होम में आए दिन कई घटनाएं घटित हो रही है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के चुप्पी साधे बैठा है। ताजा मामला गुरुवार की सुबह का है, जब कुर्था के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई। महिला की मौत से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
इस संबंध में सिमुआरा निवासी धीरज कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी को बुधवार की शाम कुर्था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चेदानी के ऑपरेशन कराने के लिए लाया गया था। स्वास्थ्य केंद्र के आशा द्वारा यह कहकर उन्हें निजी नर्सिंग होम में भेज दिया गया कि यहां कोई अच्छा डॉक्टर नहीं है।
आशाकर्मी के द्वारा उन्हें डॉ नवीन कुमार के क्लिनिक में लाया गया जहां उक्त चिकित्सक ने बच्चेदानी का ऑपरेशन किया गया। इस दौरान चिकित्सकों की लापरवाही की वजह से मरीज का रक्तस्त्रव तेज हो गया। स्तिथि बिगड़ने पर आनन-फ़ानन में डॉ नवीन ने महिला को जहानाबाद रफ़ेर कर दिया, पर रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
इधर मौत की खबर पाते ही थाना क्षेत्र के सिमुआरा गांव से मृतक के दर्जनों ग्रामीण नर्सिंग होम के पास पहुंचकर हंगामा करने लगे। हंगामा होते ही चिकित्सक नर्सिंग होम में ताला लगाकर व नर्सिंग होम के पोस्टर बैनर को हटाकर फ़रार हो गया। यहां बताते चलें कि पूर्व में भी प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों निजी नर्सिंग होम में इस तरह की घटनाएं सामने आती रही है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मरीजों को आशाकर्मी द्वारा निजी नर्सिंग होम में भेजे जाने की शिकायतें भी आम हैं। लोगों का आरोप है कि आशाकर्मियों को एक मरीज भेजने से चार से पाँच हजार रुपये कमीशन मिलता है। इस बाबत सिविल सर्जन डॉ अरविंद कुमार कहते हैं कि अवैध निजी नर्सिंग होम की जांच कराई जाएगी और संचालकों पर कार्यवाही भी की जाएगी।