(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इंटरमीडिएट की परीक्षा के रिजल्ट को उत्साहवर्द्धक बताते हुए कहा है कि गांव के बच्चे टॉप कर रहे हैं। देहाती क्षेत्र में प्रतिभाएं उभर कर शिक्षा के फलक पर छा रही हैं।
शिक्षा मंत्री श्री चौधरी शुक्रवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समति के सभागार में इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट जारी कर रहे थे। श्री चौधरी ने कहा कि इंटरमीडिएट का रिजल्ट बहुत बड़ा इंडीकेटर है। इस मायने में कि तीनों संकायों में टॉपर लड़कियां हैं। टॉप टेन में भी बहुमत लड़कियों का ही है।
कोरोनाकाल में भी देश के परीक्षा बोर्डों में सबसे पहले वह भी मात्र 21 दिनों में इंटरमीडिएट का रिजल्ट देने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर को बधाई दी। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौतियों तथा देश में लागू लॉकडाउन के बीच अपने कुशल नेतृत्व के माध्यम से समिति में तकनीक आधारित सुधारात्मक प्रयासों को जारी रखने तथा इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा, 2020 का परीक्षाफल देश में सबसे पहले जारी कर कीर्तिमान स्थापित करने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर को केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ द्वारा ‘आउटस्टैंडिंग एजुकेशनल लीडर’-अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि कोरोनाकाल में परीक्षा लेना कोई आसान चुनौती नहीं थी। यह रिजल्ट परीक्षा की सुचिता बरकरार रखते हुए है। परीक्षा के बारे बिहार की छवि बदल गयी है। रिजल्ट में पीछे रह गये बच्चों को भी बधाई देते हुए शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने उनसे कहा है कि और जोर लगयायें, ऊपर जरूर चढ़ेंगे।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार ने कहा कि परीक्षा पूरी तरह से स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त माहौल में हुई। देश में बिहार बोर्ड सबसे पहले रिजल्ट देने वाला बोर्ड बन गया है। टॉपर्स में लड़कियों का प्रतिनिधित्व बेहतर है।