मार्च निकालनेपर प्रियंका सहित कई कांग्रेस नेता हिरासतमें -रिहा
नयी दिल्ली (आससे)। किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने आज विजय चौके से पैदल मार्च करके राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के प्रियंका गांधी सहित कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया और बाद में उन्हें रिहा कर दिया। राहुल गांधी को दो नेताओं के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की अनुमति मिली। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में राहुल ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और उन्हें वापस लेने की मांग की।
उन्होंने कहा कि भारतमें अब लोकतंत्र कल्पना रह गयी है। राहुल ने कहा कि हमने राष्ट्रपति को बताया है कि इन कानूनों से किसानों को नुकसान होने वाला है। देश को दिख रहा है कि किसान कानून के खिलाफ खड़ा है। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं। जबतक कानून वापस नहीं होगा, तबतक कोई वापस नहीं जायेगा। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार संसद का संयुक्त सत्र बुलाये और इन कानूनों को तुरंत वापस लिया जाय। उन्होंने कहा कि आज किसान दुख और दर्द में है। कुछ किसानों की मौत भी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुये राहुल गांधी ने कहा कि वह सिर्फ कुछ पूंजीपतियों के लिये पैसा बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपके पास एक अक्षम शख्स है, जो कुछ भी नहीं समझता और सिस्टम को उन 3-4 लोगों के पक्ष में चला रहा है, जो सब समझते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी प्रधानमंत्री के खिलाफ खड़ा होगा, चाहे वह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ही क्यों न हों, उसे आतंकवादी बताया जायेगा। राहुल ने कहा कि ये कानून जबर्दस्ती थोपे गये हैं, हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंप दिया है, इसमें करोड़ों किसानों के हस्ताक्षर सौंपे गये हैं। हमने राष्ट्रपति को बताया कि ये कानून किसान विरोध हैं। देश ने देखा है किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़े हो चुके हैं। वहीं कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि किसानों के लिये देशद्रोही शब्द का इस्तेमाल करना पाप है। अगर सरकार उन्हें देशद्रोही कह रही है तो सरकार पापी है। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र में रहते है और वो चुने हुये सांसद हैं और उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है। सरकार लाखों किसानों की आवास सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी लोग कहते हैं कि हम इतने कमजोर हैं कि विपक्ष की भूमिका भी ढंग से नहीं निभाते और कभी कहते हैं कि विपक्ष ने एकजुट होकर एक महीने से किसानों को एकजुट करके रखा है। पहले उन्हें निश्चय करना चाहिये कि हम क्या हैं। इससे पहले प्रियंका गांधी ने दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने पर आपत्ति दर्ज करायी। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ किसी भी विरोध को आतंक के तत्व में वर्गीकृत किया जाता है। पुलिस ने प्रियंका और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को कुछ देर तक हिरासत में लेने के बाद छोड़।