गुड फ्राइडे पर गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना
पटना(आससे) कोरोना महामारी के कारण इस बार गुड फ्राइडे पर प्रार्थना सभा का आयोजन सादगीपूर्ण तरीके से सभी चर्चों में आयोजित किया गया। कुर्जी के गिरिजाघर में आज दोपहर दो बजे से श्री एस के लॉरेंस की पूरी टीम की तरफ से मुसीबत गायन का आयोजन किया गया। तीन बजे से गुड फ्राइडे की विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। विक्टर फ्रांसिस ने बताया कि प्रभु ईसा की कलवारी पहाड़ तक की दु:खमय यात्रा को चौदह मुकामों के द्वारा दर्शाया गया और विशेष प्रार्थना की गई।आज के दिन संसार भर के सभी ईसाई समुदाय के लोगों ने उपवास और परहेजपूर्वक मनाया गुड फ्राइडे।
करोना वायरस की महामारी को ध्यान में रखते हुए लोग सरकार द्वारा निर्धारित गाइड लाइन को ध्यान में रखें।इसे सभी चर्चों में देखने को भी मिला लोग एक दूसरे से दूरी बनाए, मास्क का उपयोग करते और चर्च के द्वारा प्राथमिक जांच के बाद ही लोग चर्च परिसर में प्रवेश करते दिखें।
आज का मुख्य आकर्षण प्रभु ईसा के क्रूस कर प्राण त्यागने के बाद उनके क्रूस चुम्बन का था।विक्टर फ्रांसिस ने जानकारी दी प्रति वर्ष लोग क्रूस को अपने मुंह से चूमते थे पर इस बार लोग सिर्फ अपने हाथों से क्रूस को स्पर्श के रहे थे। प्रत्येक व्यक्ति के क्रूस स्पर्श के बाद उसे कपड़े से पोछा गया। इस प्रार्थना सभा में पूरी सावधानी बरती गई।
विक्टर फ्रांसिस ने बताया कि प्रभु ईसा की इस दु:खमय घटना को प्रति वर्ष एक झांकी के रूप में कुर्जी के मुख्य सडक़ से होते हुए कुर्जी चर्च में प्रार्थना के साथ समाप्त होती थी।भक्तजनों को इसकी कमी खली ।
कुर्जी चर्च के मुख्य पुरोहित फादर प्रशांत माईकल और उनके सहायक पुरोहित फादर राजेश के साथ कई अन्य पुरोहितों ने एक साथ इस पूजन विधि में भाग लिया।विक्टर फ्रांसिस ने जानकारी दी कि कल यानी की शनिवार को संध्या सात बजे से पास्का जागरण की पूजन विधि शुरू होगी।इसे संसार भर में ईस्टर के रूप में रविवार को मनाया जाता है यह हर्षोल्लास का दिन है क्योंकि इस दिन प्रभु ईसा मरकर पुन: जी उठते हैं।