Post Views: 456 डा. गौरीशंकर राजहंस हालमें नेपालमें राजनीतिक अस्थिरता बहुत बढ़ गयी है। केपी शर्मा ओली जो हालतक नेपालके प्रधान मंत्री थे, उन्होंने नेपालको चीनकी गोदमें डाल दिया है। तराईके क्षेत्रमें जहां बिहार और उत्तर प्रदेश मूलके लोग अधिक रहते हैं, वहां ओलीका घौर विरोध हो रहा है और तराईकी जनता चाहती है कि […]
Post Views: 375 रवि कान्त त्रिपाठी विगत एक वर्षमें कोविड-१९ ने दुनियाको अनेक सबक दिये हैं। उन देशोंको सबसे ज्यादा जो स्वस्थ्य सेवा क्षेत्रमें सबसे आगे थे। लेकिन भारतने अपनी सीमित व्यवस्थामें जिस बेहतरीन तरीकेसे स्वयंको सभांला वह स्वयंमें विश्वके लिए उदाहरण है और विश्वमें इसकी प्रशंसा भी हो रही है। यथार्थको समझते हुए इस […]
Post Views: 584 पूर्वी लद्दाखके गलवानमें भारतीय-चीनी सैनिकोंके बीच हुई हिंसक झड़पके बाद पटरीसे उतरी वार्ता फिरसे शुरू होनेके संकेत स्वागतयोग्य है। दोनों देशोंने पूर्वी लद्दाखमें शान्ति बनाये रखनेपर सहमति जतायी है। दोनों सेनाओंके बीच अबतक ११ दौरकी सैन्य स्तरकी वार्ता हो चुकी है, जिसमें दोनों देशोंकी सेनाओंको पीछे हटने समेत कई मुद्दोंपर सहमति बनी […]