Post Views:
776
Related Articles
राजनीतिमें जातीय समीकरण
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 525 नवीनचन्द्र उत्तर प्रदेशमें अगले सालकी शुरुआतमें यानी कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं। दलितों एवं अति पिछड़ोंकी राजनीतिक गोलबंदीसे राज्यकी बड़ी ताकत बनीं और चार बार सत्तामें आ चुकी मायावती फिर ब्राह्मïणोंको खुश करनेकी कोशिशमें जुट गयी हैं। उधर सवर्णोंकी पार्टीके रूपमें जानी जानेवाली भाजपा दलितों एवं पिछड़ोंके लिए लाल […]
सोशल मीडियापर नियन्त्रण जरूरी
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 412 डा. भरत झुनझुनवाला गत सप्ताह मंत्रिमंडलमें हुए फेरबदलमें सूचना प्रौद्योगिकीमंत्री रविशंकर प्रसादने इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफेके पीछे दो संभावनाएं हैं। एक संभावना है कि श्री रविशंकर प्रसादने ट्विटर एवं अन्य दूसरी सोशल मीडिया कंपनियोंपर प्रधान मंत्रीकी इच्छासे इतर अधिक सख्ती की जिसके फलस्वरूप इन सोशल मीडिया कंपनी द्वारा देश एवं […]
शिक्षकोंका सामाजिक मूल्यांकन
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 464 सुरेश शर्मा यह सत्य है कि राष्ट्रनिर्माणमें बहुतसे व्यक्तियोंका योगदान होता है। शिक्षक राष्ट्रके निर्माणकर्ताओंका निर्माता कहा जाता है। चपरासीसे लेकर प्रधान मंत्रीके जीवन निर्माणमें शिक्षककी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जहां प्राचीन भारतीय ज्ञान परम्परामें गुरुओंका मान-सम्मान होता रहा है, वहींपर कभी-कभी उनका अपमान भी होता रहा है। एक बात निश्चित है […]