पटना

पीएम ने की बिहार के होम आइसोलेशन ऐप की तारीफ


पटना (आससे)। नरेंद्र मोदी ने बिहार में होम आइसोलेशन के मरीजों की जानकारी के लिए बनाए गए होम आइसोलेश ट्रैकिंग ऐप की तारीफ की है। मोदी ने इसे पूरे देश में लागू करने की बात कही है। कोरोना की समीक्षा के दौरान मोदी को पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने इस ऐप की जानकारी दी थी। एचआईटी ऐप के जरिए होम आइसोलेशन में रहने वाले सभी मरीजों की सेहत का अपडेट हर दिन स्वास्थ्य विभाग को मिल जाता है। किस मरीज को होम आइसोलेशन में रहना है और किसे एडमिट करना है, यह भी अब ऐप से ही तय हो जाएगा। पीएम ने कोरोना संक्रमण के प्रबंधन के लिए इसी ऐप को अपडेट कर पूरे देश में लागू कराने की बात कही है।

ऑक्सीजन और बुखार की पूरी जानकारी मरीज ऐप में हर दिन फीड करेगे। संबंधित मरीज की जानकारी ऐप के जरिए स्वास्थ्य विभाग को मिलेगी। ऐप के माध्यम से बताया जाएगा कि किस मरीज को किस तरह के इलाज की जरूरत है। जरूरत पडऩे पर मरीज को नजदीकी कोविड केयर सेंटर में भेजने की व्यवस्था की जाएगी। एचआईटी ऐप के माध्यम से होम आइसोलेशन में मरीजों के सिम्टम्स का रिकॉर्ड रखा जाएगा। स्वास्थ्य कार्यकर्ता सिम्टम्स का परीक्षण कर इन आंकड़ों को दर्ज करेंगे। निगरानी जिला स्तर पर भी की जाएगी, इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रखा जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सुपौल, गोपालगंज, औरंगाबाद, नालंदा तथा भागलपुर में ऐप का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।

बिहार के कोरोना संक्रमित अधिक संख्या में होम आइसोलेशन में हैं। इन मरीजों के ऑक्सीजन स्तर को निरंतर जांचने की आवश्यकता है। इस बार के संक्रमण में मरीजों के ऑक्सीजन स्तर गिरने के कई मामले सामने आ रहे हैं, जिससे उनकी स्थिति ज्यादा गंभीर हो जा रही है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा मरीजों के घर पर जाकर प्रतिदिन उनके शरीर का तापमान और ऑक्सीजन स्तर जांच की जाएगी, जिसके आधार पर उनका उचित इलाज समय पर हो सकेगा।

मेडिकल जांच के दौरान जिनका ऑक्सीजन स्तर 94 से कम पाया जाएगा, उन्हें जरूरत के मुताबिक डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया जाएगा। ग्रामीण इलाके में स्वास्थ्य परामर्शियों को भी उनकी भी सेवा इस काम में ली जाएगी।

नीतीश कुमार ने सोमवार को ही होम आइसोलेशन ट्रैकिंग नाम से ऐप को लांच किया है। बिहार में जो भी मरीज होम आइसोलेशन में हैं, उनके लिए यह ऐप काफी सुविधा देने वाला होगा। मरीजों की प्रतिदिन की रिपोर्ट ऐप के माध्यम से जिम्मेदारों तक पहुंचती रहेगी। नीतीश कुमार ने ऐप लांच करते समय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बताया था कि एचआईटी कोविड मोबाइल एप स्वास्थ्य विभाग के मार्गदर्शन में कोरोना महामारी से बचाव के लिए बेल्ट्रॉन द्वारा विकसित किया गया है।