असम में भूकंप आया है जिसके तहत सबसे तेज झटके सोनितपुर में महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता 4.1 एक बताई गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक ये भूकंप रविवार दोपहर करीब 2:23 बजे आया। इससे किसी तरह के जान माल के नुकसान की फिलहाल कोई खबर नहीं है। गौरतलब है कि मई के महीने में असम में कई बार भूकंप के हल्के झटे महसूस किए गए हैं।
इसलिए आता है भूकंप
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर के नाम से जाना जाता है। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है। इसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती-डुलती रहती हैं। जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिलने लगती है तो उसे भूकंप कहते हैं।
ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इसके बाद वह स्थिर रहते हुए अपनी जगह तलाशती हैं इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाता है।
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा केंद्र (एपीसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। इन तरंगों से सैंकड़ो किलोमीटर तक कंपन होता है और धरती में दरारें तक पड़ जाती है। अगर भूकंप की गहराई उथली हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है जिससे भयानक तबाही होती है। लेकिन जो भूकंप धरती की गहराई में आते हैं उनसे सतह पर ज्यादा नुकसान नहीं होता। समुद्र में भूकंप आने पर उंची और तेज लहरें उठती है जिसे सुनामी भी कहते हैं।