मोतिहारी (आससे)। जिलाधिकारी श्रीशत कपिल अशोक ने गोपनीय कार्यालय कक्ष में वैक्सीनेशन के प्रगति को लेकर एक समीक्षात्मक बैठक की। इस बैठक में उप विकास आयुक्त, डीपीओ आईसीडीएस, पंचायत राज पदाधिकारी, यूनिसेफ के डाक्टर धर्मेंद्र कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने वैक्सीनेशन के लिए कार्य योजना बनाने का निदेश दिया। जिला मे कम या ज्यादा वैक्सीन उपलब्ध होने पर कार्य योजना के अनुसार वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा। कार्ययोजना तीन तरह का होगा कार्ययोजना ए-इसके अन्तर्गत 25000 से कम वैक्सीन उपलब्ध होने पर। कार्य योजना बी-इसके अंतर्गत 50000 तक वैक्सीन उपलब्ध होने पर।कार्ययोजना सी- इसके अन्तर्गत 100000 तक वैक्सीन उपलब्ध होने पर।
जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि कार्ययोजना के अनुरूप रक्सौल प्रखण्ड को माॅडल प्रखण्ड के रूप में तैयार किया जाय। उन्होंने स्वास्थ विभाग के पदाधिकारियों को इसके अनुरुप कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने पंचायती राज पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस को निर्देश देते हुए कहा कि सेंटर पर लोगों को लाने हेतु आंगनबाड़ी सेविका/ सहायिका एवं बीएलओ मुख्य भूमिका निभाएंगे।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि समय से वैक्सीन को सेंटर पर पहुंचाने का व्यवस्था करेंगे ताकि वैक्सीनेशन का कार्य सुचारू रूप से चल सके। वैक्सीनेशन सेंटर पर सभी सुविधाएं प्रभारी पदाधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करेंगे। उन्होंने कहा कि सदर प्रखंड के पिपरा कोठी के लिए 20,000 वैक्सीनेशन की व्यवस्था किया जाएगा ताकि पिपराकोठी को शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन वाला प्रखंड घोषित किया जाय।