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- जल जीवन हरियाली को लेकर प्रमंडलीय बैठक
- गंगा उद्वह योजना को समय सीमा के अंदर करायें पूर्ण
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गया। आयुक्त मगध प्रमंडल मयंक वरवड़े की अध्यक्षता में जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत प्रमंडल स्तरीय बैठक का आयोजन प्रमंडलीय सभागार में किया गया। बैठक में मुख्य रूपसे वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्रमंडल में वृक्षारोपण कार्यक्रम की समीक्षा, आहर, पईनका निर्माण, कुओंका जीर्णोद्धार, नए जलस्रोत का निर्माण, रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, जल संग्रह संरचनाओं का निर्माण, गंगा उद्वह योजना, रबर डैम का निर्माण सहित अन्य योजनाओं पर विस्तार से समीक्षा करते हुए आवश्यक निदेश दिए गए।
बैठक में आयुक्त ने प्रमंडल के जिले के उप विकास आयुक्त को निदेश दिया कि वे अपने जिलों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण एवं नए जल संरचनाओं का निर्माण करावें ताकि प्रमंडल के जिलों के जल स्तर में सुधार हो तथा पेयजल की कमी न हो। साथ ही सरकार के उद्देश्यों यथा पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण तथा प्रकृति के हरित आवरणका संरक्षण हो सके।
आयुक्त ने गंगा उद्वह योजना की प्रगति की विस्तार से समीक्षा करते हुए अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग को निदेश दिया कि वे मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को समय सीमा के अंदर पूर्ण करने का कार्य करें। साथ ही फल्गु नदी पर बन रहे रबर डैम का निर्माण तेजी से करावें ताकि गया जिला का पर्यटन क्षेत्र का और अधिक विकास हो तथा पिंडदानियों को और अधिक सुविधा प्राप्त हो सके।
बैठक में उप विकास आयुक्त, गया द्वारा बताया गया कि गया जिले में मनरेगा द्वारा 11 लाख पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के 16 नर्सरी से पौधे प्राप्त होंगे। साथ ही वन विभाग द्वारा 10 लाख पौधे, शिक्षा विभाग तथा अन्य तकनीकी विभागों द्वारा 7 लाख पौधे, जीविका द्वारा 5,50,000 पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही उद्यान विभाग द्वारा 15,000 फलदार वृक्ष लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि जिले में आहर, पईन, पोखर का निर्माण एवं जीर्णोद्धारके अंतर्गत 4,400 पर काम प्रारंभ है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग के अंतर्गत 128 में 109 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अधीक्षण अभियंता, लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि 5 एकड़ से ऊपर 102 जल संचय योजनामें से 18 योजना पर काम चल रहा है।
आयुक्त ने बैठक में निर्देश दिया कि सड़कों के किनारे लगने वाले वृक्षारोपण का कार्य चौड़ी सड़कों पर किया जाए ताकि पथों के निर्माण प्रभावित न हो। बताया गया कि 219 कुओं में से 19 कुओं का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा 396 में से 238 पईन का जीर्णोद्धार कर लिया गया है।
बैठक में उप विकास आयुक्त, नवादा द्वारा बताया गया कि जिले में मनरेगा द्वारा 4 लाख पौधारोपण किया जाएगा। उप विकास आयुक्त, औरंगाबाद द्वारा बताया गया कि 4.9 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। प्रभारी उप विकास आयुक्त जहानाबाद द्वारा बताया गया कि जिले में 2.23 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य है तथा निजी स्थलों पर 1.18 लाख वृक्ष लगाने का लक्ष्य है।
बैठक में लघु जल संसाधन विभाग द्वारा बताया गया कि गया जिले के आमस प्रखंड के सोनधारा आहर पईन 3.19 करोड़ की योजना ली गई है, इससे गया तथा अन्य जिलो के 215 पंचायत लाभान्वित होंगे। बैठक में वजीरगंज अंतर्गत सिंगरौरा पोखर, करजरा पोखर में निर्माण जीर्णोद्धार, टिकारी प्रखंड के खैरा पोखर, बेलागंज के चिरमिर्ची बिगहा में जल संरचनाओं का निर्माण किया गया है, जिससे सिंचाई एवं किसानों को अधिक लाभ प्राप्त हो सकेगा।
बैठक में संयुक्त निदेशक, कृषि द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत गया जिलामें निजी भूमि पर 182.40 एकड़ में से 172 एकड़ क्षेत्र में सिंचाईका कार्य किया गया है, जो 94.70 प्रतिशत है तथा 74.38 लाख अनुदान दिया गया है। बैठक में क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, आयुक्त के सचिव, उप निदेशक, जन सम्पर्क सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।