पटना

इंतजार खत्म कल से नालंदा और लखीसराय के लोगों को मिलेगा ईपीएमयूवाई-3 के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन 


      • ईपीएमयूवाई-3 के तहत ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरा करने के लिए लगाया जा रहा है कैंप
      • नवादा और शेखपुरा के लोगों को मुफ्रत गैस कनेक्शन के लिए अभी करना होगा कुछ दिन इंतजार
      • नालंदा में 129282, नवादा में 77390 तथा शेखपुरा में 19882 घर ऐसे जहां नहीं है एलपीजी
      • नालंदा में 89, नवादा में 82.24, शेखपुरा में 84.75 तथा लखीसराय में 60.81 फीसदी घर एलपीजी से आच्छादित

बिहारशरीफ (आससे)। वैसे लोग जो एलपीजी का कनेक्शन नहीं ले पाये थे अब उनके लिए इंतजार की घड़ियां समाप्त होने जा रही है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत ईपीएमयूवाई-3 का लोकार्पण पूरे देश में 10 अगस्त से होने जा रहा है और इसके साथ ही नालंदा तथा पड़ोसी जिला लखीसराय में इसी दिन से मुफ्त एलपीजी कनेक्शन मिलना शुरू हो जायेगा। हालांकि नवादा और शेखपुरा जिले के लेागों को इपीएमयूवाई-3 के तहत नया गैस कनेक्शन लेने के लिए अभी कुछ इंतजार करना होगा, क्योंकि देश के चुनिंदा जिलों में जहां एलपीजी पेनिट्रेशन कम है, वैसे जिलों में 10 अगस्त को ईपीएमयूवाई-3 लांच करने की तैयारी है।

नालंदा और लखीसराय जिले में पेनिट्रेशन कम होने की वह से पहले शुरुआत यहां होने जा रही है। ईपीएमयूवाई-3 के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन लेने के लिए नये प्रावधान के तहत ई-केवाईसी कराना है। इसके लिए विभिन्न गैस एजेंसियों में उपभोक्ताओं की भीड़ लगने लगी है। कई गैस एजेंसियों द्वारा ई-केवाईसी करने के लिए गांव में कैंप लगाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लाभुकों को कोविड के इस दौर में कम परेशानी के साथ ई-केवाईसी किया जा सके। इस बार ईपीएमयूवाई-3 के तहत मिलने वाला गैस कनेक्शन पिछले बार लोगों को मिले उज्जवला कनेक्शन से बिल्कुल अलग होगा।

पहले प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत भारत सरकार लाभुक को एलपीजी सिलिंडर, रेग्यूलेटर और सुरक्षा पाइप मुफ्त देती थी, लेकिन उपभोक्ता को पहला सिलिंडर के गैस की कीमत के साथ ही गैस स्टोव की राशि चुकानी पड़ती थी। इसके लिए उपभोक्ताओं को ऋण मुहैया करायी जाती थी जो बगैर ब्याज के होता था। लेकिन ईएमआई की राशि उपभोक्ता द्वारा खरीदे गये गैस के बदले सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी से एडजस्ट होती थी। लेकिन इस बार ईपीएमयूवाई-3 के तहत जो गैस कनेक्शन दिया जायेगा वह पूरी तरह मुफ्त होगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पहले की तरह सिलिंडर, डीपीआर और सुरक्षा पाइप की कीमत भारत सरकार वहन करेगी, जबकि स्टोव और पहले सिलिंडर के गैस की कीमत संबंधित तेल कंपनी वहन करेगी। यानी कि उपभोक्ता को अगर गैस कनेक्शन मिल गया तो उन्हें किसी भी प्रकार की ईएमआई नहीं चुकानी होगी। इसके लिए भारत सरकार के तीनों तेल कंपनियों के गैस वितरकों के द्वारा मुफ्त कनेक्शन लेने वालों के लिए केवाईसी काफी पूर्व से शुरू की गयी थी और अभी भी केवाईसी के साथ ई-केवाईसी किया जा रहा है।

क्या है ई-केवाईसी:

आधार का बायोमिट्रिक वेरिफिकेशन को ही ई-केवाईसी कहते है। इसके लिए उपभोक्ता को तेल कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर के यहां जाकर अपना अंगूठा या आंख का बायोमिट्रिक देना होता है। या फिर रजिस्टर्ड मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी से सत्यापन कराना होता है। इसके बाद ही उपभोक्ता का ई-केवाईसी कंपलीट होता है। पहली बार उज्जवला कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं को ई-केवाईसी देना पड़ रहा है। इसके बाद ही वे ईपीएमयूवाई-3 के लिए पात्र होंगे। इस योजना के तहत नालंदा जिले में 1 लाख 29 हजार 282, नवादा जिले में 77390, शेखपुरा जिले में 19882, लखीसराय में 80984 लोगों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन देने की योजना है।

क्या हैं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना:

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत लाभुकों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन दिया जाता है। इसके तहत भारत सरकार गैस सिलिंडर, डीपीआर तथा इंस्टॉलेशन शुल्क वहन करती है। जबकि एलपीजी स्टोव, सुरक्षा पाइप और पहला सिलिंडर का गैस उपभोक्ताओं को किस्त पर दिया जाता है। किस्त की राशि वापस नगद लौटाना नहीं होता है। इसके लिए प्रति महीना गैस के उठाव पर सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी से हीं इंस्टॉलमेंट भरा जाता है।

ईपीएमयूवाई-3 में दी जाने वाली हैं कई रियायतेः

वैसे लोग जो मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन नहीं ले सके है, किसी भी जाति वर्ग से आते हो उन्हें ईपीएमयूवाई-3 के तहत मुफ्त में गैस कनेक्शन दिया जायेगा। यह गैस कनेक्शन महिलाओं के नाम होता है। लाभुक को स्वयं तथा पति का आधार कार्ड, अपना बैंक का पासबुक, स्वयं का फोटो तथा राशन कार्ड का कॉपी देना होगा। हालांकि इस बार ईपीएमयूवाई-3 में नियमों में कई छूट दी जाने वाली है। वैसे लोग भी एलपीजी का मुफ्त कनेक्शन ले सकेंगे जिनका राशन कार्ड परिवार का सामूहिक है लेकिन वे परिवार से अलग हो चुके है। या फिर गैस कनेक्शन लेने वाला व्यक्ति परिवार से माइग्रेट हो चुका है। ऐसे लोगों को स्वघोषणा पत्र देना होगा। सरकार की योजना है कि कोई भी व्यक्ति बगैर गैस कनेक्शन का ना हो। इसका सबसे बड़ा उद्देश्य है कि महिलाएं धुआंरहित खाना बनाये और स्वस्थ रहे। प्रदूषण ना फैले, वृक्षों की कटाई ना हो।

एलपीजी आच्छादन में नालंदा की अपेक्षा नवादा, शेखपुरा आगे:

तेल कंपनियों से प्राप्त डाटा के अनुसार नालंदा जिले में 6 लाख 12 हजार 395 हाउस होल्ड है, जिसमें 4 लाख 83 हजार 113 घरों में एलपीजी का कनेक्शन है। 1 लाख 90 हजार 741 घर में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत तथा 2 लाख 92 हजार 372 घरों में सामान्य गैस कनेक्शन है। अब नालंदा में 1 लाख 29 हजार 282 घर ऐसे बचे है जिसमें गैस कनेक्शन नहीं है। इन घरों को ईपीएमयूवाई-3 के तहत गैस कनेक्शन दिया जाना है। नालंदा जिले के 78.89 फीसदी घरों में अभी गैस का कनेक्शन है। 21.11 फीसदी घर में गैस कनेक्शन दिया जाना बाकी है। जबकि लखीसराय जिले में 60.81 फीसदी घरों में एलपीजी कनेक्शन है। अभी भी 39.19 फीसदी घरों में कनेक्शन दिये जाने का काम बाकी है। यहां कुल 206631 लोगों के पास एलपीजी कनेक्शन है।

इसी प्रकार नवादा जिले में 4 लाख 35 हजार 743 हाउस होल्ड में से 358353 घरों में एलपीजी है जिसमें 150776 घरों में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना तथा 207577 घरों में सामान्य गैस कनेक्शन है और 82.24 फीसदी घर एलपीजी से आच्छादित है। 17.76 प्रतिशत घर में एलपीजी दिया जाना शेष है। ऐसे घरों की संख्या 77390 है जहां एलपीजी दिया जाना शेष है।

इसी प्रकार शेखपुरा जिले में कुल हाउस होल्ड की संख्या 130375 है, जिनमें 110493 घरों में एलपीजी है, जिनमें 55686 उज्ज्वला तथा 54807 घर में सामान्य गैस कनेक्शन है। शेखपुरा जिले में 84.75 फीसदी घर एलपीजी से आच्छादित है, जबकि 15.25 फीसदी घरों में एलपीजी दिया जाना है। ऐसे घरों की संख्या 19882 है।