शिक्षाविदों के साथ बैठक में ट्रस्ट के चेयरमैन ने की घोषणा
जहानाबाद। शनिवार को स्थानीय एक निजी रेस्ट हाउस में रोजमाइन एजुकेशनल एंड चेरिटेबल ट्रस्ट ने शहर के शिक्षाविदों के साथ बैठक का आयोजित की। बैठक में ट्रस्ट के चेयरमैन अवैस अंबर ने बताया कि रोजमाइन किस तरह हजारों बच्चों के हायर एजुकेशन के सपने को पूरा कर रहा है। रोजमाइन के माधयम से कॉलेज पहुंचने वाले छात्र व छात्रओं को सिर्फ रहने, खाने और एक्जाम फ़ी ही देना पड़ता है। उनके पढ़ाई के पैसे की पूरी जिम्मेदारी ट्रस्ट की होती है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश से हजारों की संख्या में बच्चे हायर एजुकेशन पाकर अपने सपने को पंख दे रहे हैं। श्री अंबर ने बताया कि भारत ही नहीं, नेपाल के भी हजारों बच्चे इस ट्रस्ट के लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट को भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व॰ एपीजे अब्दुल कलाम साहब ने सम्मानित किया है। यही नहीं नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने भी राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया है। ये देश का पहला ट्रस्ट है, जिसे दो देशों के राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है।
ट्रस्ट के चेयरमैन अवैस अंबर ने कहा कि मैं जहानाबाद के इरकी का रहने वाला हूं। पूरे देश में मैं घूम-घूमकर बच्चों को ये बताने में सफ़ल हुआ कि तुम्हे गोद लेकर पढ़ाउंगा, लेकिन काफ़ी व्यस्तता के कारण अपना जिला जहानाबाद ही आना भूल गया। इसी भूल को सुधारने के लिए यहां शिक्षाविदों से ये चर्चा कर रहा हूं। उन्होंने शिक्षाविदों से अपील की कि वे रोजमाइन एजुकेशनल एंड चेरिटेबल ट्रस्ट की मुहिम संकल्प से जुड़कर जहानाबाद के बच्चों को भी उच्च शिक्षा दिला सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही देश का ग्रॉस इनरॉलमेंट रेशियो बढ़ाने में जहानाबाद की भूमिका भी हो। इधर कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहुंचे शिक्षाविदों ने कहा कि ट्रस्ट का काम देशहित व छात्रहित में है। इससे जुड़कर छात्रों को अपना भविष्य बनाना चाहिए। शिक्षाविदों ने कहा कि ट्रस्ट देश की सेवा कर रहा है और ट्रस्ट के चेयरमैन युवाओं को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।