पटना

पटना नगर निगम ने शुरू किया प्लास्टिक मुक्त सिटी अभियान


हम सबका है ये सपना प्लास्टिक मुक्त हो शहर अपना

      • बेकार चीजों का होगा पुन: इस्तेमाल, सबमिल कर रखें इसका ख्याल

(आज समाचार सेवा)

पटना। पटना नगर निगम द्वारा शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्लास्टिक बैग फ्र ी सिटी दिवस के मौके पर जागरूकता अभियान की शुरूआत की गई। महापौर सीता साहु एवं नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा द्वारा स्वयं सेवी महिलाओं द्वारा तैयार किए गए कैरी बैग को बांटा गया। इस दौरान महापौर ने नगरवासियों से अपील किया कि वे प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करें। सामान की खरीदारी के लिए हमेशा कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें। अगर वह कपड़े के थैले नहीं खरीदना चाहते है तो अपने घर में बेकार हो चुके प्लास्टिक एवं पुराने कपड़े नगर निगम को दें और इसके बदले में कपड़े के थैले प्राप्त करें।

नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा कि बेकार कपड़ो से स्वयं सेवी महिलाएं आकर्षक और पुन: इस्तेमाल होने वाले थैले तैयार करेंगी। पटना नगर निगम द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत विभिन्न परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। पटना नगर निगम द्वारा शहर को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आने वाले समय में कई योजना बनाई गई है।

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ  से 30 करोड़ रूपए की राशि खर्च कर प्रतिदिन 150 टन कचरे का सेग्रेशन के लिए प्लांट तैयार किया जाएगा। मैनपावर और मशीनों के माध्यम से जहां हर तरह का कचरा सेग्रेशन किया जाएगा। इसके साथ ही सिपैट द्वारा 8 टन का प्रोसेसिंग यूनिट तैयार किया जा रहा है इसके लिए एमओयू साइन किया गया है। इसके साथ ही यूएनडीपी की तरफ से पहले से ही 5 टन का प्लांट लगाया जा चुका है।

पटना नगर निगम और यूएनडीपी के साथ 5 टन का प्रोसेसिंग यूनिट गर्दनीबाग में कार्यरत है। आगामी समय में 5 टन का प्रोसेसिंग यूनिट बैरिया में भी तैयार किया जाएगा। नगर आयुक्त श्री शर्मा ने बताया कि लोगों द्वारा भी कपड़े के थैलों के इस्तेमाल से पर्यावरण को सुरक्षित रखने में आमजन की भी भागीदारी बढ़ेगी। उनके द्वारा दिया गया बेकार और पुराना सामान रिसाईकिल होगा जिससे पर्यावरण को नुकसान से बचाया जाएगा।

पटना नगर निगम की तरफ से प्रत्येक रविवार स्वयं सेवी महिलाओं द्वारा शहर के नूतन राजधानी अंचल, पाटलिपुत्र अंचल, अजीमाबाद अचंल, पटना सिटी अंचल, कंकड़बाग अंचल एवं बांकीपुर अंचल में स्टॉल लगाया जाएगा। जहां महिलाएं कपड़े से तैयार कैरी बैग, कुशन कवर, डोरमैट एवं सजावट के समानों की प्रर्दशनी लगा सकेंगी। आमजन कपड़े के मूल्य के अनुसार या राशि देकर महिलाओं द्वारा तैयार किए गए सामानों की खरीद कर सकते है। महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं का मूल्य उनकी मेहनत और लागत पर निर्भर होगा।

शहरवासियों को यह छूट रहेगी कि वह अपने कपड़े को या तो दान कर दें अथवा उसके वजन के मूल्य के कैरी बैग बदले में लें। इसके साथ ही शहरवासियों द्वारा जमा किए गए प्लास्टिक को यूएनडीपी की मदद से रिसाइकल किया जाएगा जिससे शहर प्लास्टिक मुक्त हो। कार्यक्रम के दौरान स्थायी समिति के सदस्य इन्द्रदीप चन्द्रवंशी, आशीष कुमार सिन्हा सहित अन्य पार्षद एवं अपर नगर आयुक्त देवेन्द्र तिवारी और स्वयं सेवी संस्थाओं की महिलाएं मौजूद थी।