उत्तर प्रदेश वाराणसी

करेंटसे बालककी मौत


रेलवे स्टेशनके समीप मालगाड़ीपर कोयला बीनते समय हादसा

चुर्क(सोनभद्र)। रेलवे स्टेशन से करीब एक किमी की दूरी पर स्थित दक्षिण ओर केबिन के समीप रेलवे की हाईटेंशन करेंट की चपेट में आने से बालक की मौत हो गई। घटना बुधवार की दोहपर करीब सवा दो बजे की बतायी गई है। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों व रिश्तेदारों में कोहराम मच गया। वाकए की सूचना पाकर मौके पर चौकी प्रभारी व रेलवे चौकी प्रभारी मयफोर्स के साथ पहुंच गए। करीब दो घंटे के बाद राबट्र्सगंज से जीआरपी पुलिस पहुंच गई और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। जानकारी के अनुसार रेलवे स्टेशन पर चोपन से चलकर चुनार जाने वाली मालगाड़ी करीब सवा दो बजे खडी हुई थी कि तभी नगर पंचायत चुर्क/घुर्मा के वार्ड संख्या छह निवासी समीब 12 वर्ष पुत्र स्व. जमील मोहम्मद कोयला बीनने के लिए मालगाड़ी पर चढ़ गया। बताया गया है कि मालगाड़ी के पहुंचते ही सिंग्नल फेल हो गया और बालक मालगाड़ी पर चढ़कर कोयला बीनने लगा कि जैसे ही सिंग्नल मिला वैसे ही मालगाड़ी चल दी और कोयला बीन रहा बालक खड़ा हो गया तभी ऊपर लगा हुआ हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर अशोक कुमार ने तत्परता दिखाते हुए बिजली को डिस्कनेंट किया गया। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे चौकी प्रभारी ओमप्रकाश मयफोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचे रेलवे के कर्मचारियों ने मालगाड़ी पर चढ़कर बालक को नीचे उतारा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बालक के एक साइड का पूरा हिस्सा झुलस चुका था।घटना की जानकारी मिलते ही घर से सदस्य रोते बिलखते मौके पर पहुंच गए जहां अपने जिगर के टुकड़े को मृत अवस्था में देखकर दहाड़ मारकर रोने बिलखने लगे। घटना के कुछ समय बाद चौकी प्रभारी दिग्विजय सिंह एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी राजकुमार त्रिपाठी मयफोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए और घटना के बारे में परिजनों एवं आसपास के लोगों से पूछताछ किये। काफी मान मनौब्बल के बाद तब कहीं जाकर परिजन शव को पुलिस को सुपुर्द किए। उधर, करीब दो घंटेे के बाद राबट्र्सगंज से जीआरपी पुलिस पहुंची और शव का पचंनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। स्टेशन मास्टर अशोक कुमार ने बताया कि  कोयला लदी मालगाड़ी चोपन से चुनार रही थी। बताया गया कि मृत बालक के पिता करीब चार वर्ष पूर्व ही मौत हो चुकी है। परिवार के अन्य सदस्य कोयला बीनकर अपना जीवकोपार्जन करते हैं।