पटना

बिहारशरीफ: मुख्यमंत्री ने दिया संकेत विम्स बनेगाऑटोनोमस इंस्टीच्यूट


विम्स का नया नाम होगा भगवान महावीर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सीएम ने विम्स में डॉक्टर एवं मेडिकल छात्रों के साथ किया संवाद स्थापित

बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी का परिभ्रमण किये। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संस्थान प्रांगण में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। संस्थान के पिछले हिस्से में स्थापित नर्सिंग कॉलेज वाले क्षेत्र को विकसित करने का सीएम ने निर्देश दिया। इसके साथ हीं वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने संस्थान के स्मारिका का विमोचन किया। संस्थान के प्रबंधन द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित डॉक्टरों एवं छात्रें से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मेडिकल कॉलेज को यहां बनना था तो इसके लिए हमलोगों ने 54 एकड़ भूमि का प्रबंधन किया। यहां मेडिकल कॉलेज बने इसको लेकर मेरे मन में पहले से इच्छा थी। यहां की पुरानी यूनिवर्सिटी नालंदा यूनिवर्सिटी को रिवाइव करने की बात कही थी। इसके लिए पहले राज्य सरकार ने और फिर केंद्र ने सहयोग किया। इसके बाद राजगीर में नये सिरे से नालंदा विश्वविद्यालय स्थापित किया गया।

उसी समय हमने कहा था कि हम यहां मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल बनायेंगे। यह महावीर की जन्मस्थली है, यहां दो-तीन गांवों के लोग आये थे जो लोग कहने लगे कि यहां पर कुछ कीजिए तो हमने कहा कि आपलोग जगह दीजिए और उनलोगों ने जगह दिया। इसके बाद यहां मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया। कोरोना काल में यहां मरीजों का ट्रीटमेंट होता था। ऑक्सीजन प्लांट भी यहां लगाया गया, जो ढाई साल बाद हमने एक बार फिर इस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निरीक्षण किया है।

यहां उपस्थित सभी डॉक्टरों से हम अनुरोध करते हैं कि आपलोग यहीं पर अपनी सेवा देते रहिए यह जगह धीरे-धीरे काफी विकसित होगा। यह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का जगह होगा। देश में इतना अच्छा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कहीं नहीं बना था। नालंदा यूनिवर्सिटी में विदेशों के लोग आयेंगे। उनको अगर स्वास्थ्य संबंधित कोई समस्या होगी तो उनका इलाज यहीं पर होगा। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए यहां के मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है।

इसका नामाकरण हमने पहले से ही तय किया था, जिसे बदलकर भगवान महावीर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल किया जायेगा ताकि इसकी महत्ता सभी लोगों को पता चल सके। इसको ऑटोनोमस इंस्टीच्यूट में परिणत करने की आपलोग चिंता मत कीजिए। यह बहुत महत्वपूर्ण जगह है। यह एक पवित्र धरती है। अगर आप यहां सेवा दीजिएगा तो आप ऊंचाईयों को प्राप्त करेंगे। आपसे आग्रह है कि आपलोग जनता की सेवा बढ़िया से कीजिए। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा संरक्षित नालंदा महाविहार एवं ह्वेनसांग मेमोरियल प्रांगण स्थित ह्वेत्सांग स्मृति भवन का मुआयना किया।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री संजय झा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरक्त परामर्शी मनीष वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, विशेष कार्यपालक पदाधिकारी गोपाल सिंह, आईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ॰ सहजानंद प्रसाद सिंह, वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के प्राचार्य डॉ॰ पवन कुमार चौधरी तथा अधीक्षक डॉ॰ ज्ञान भूषण, चिकित्सक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।