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- वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव पर एनडीए ने लहराये 77 हजार 900 झंडे
- अमित शाह, अश्विनी चौबे नीरज कुमार और अवधेश नारायण सिंह रहे उपस्थित
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(आज समाचार सेवा)
पटना। वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव भारतीय जनता पार्टी का मेगा इवेंट साबित हुआ। जयंती पर ७७ हजार से अधिक लोग जुटे। इस विजयोत्सव पर भाजपा ने पाकिस्तान का पाकिस्तान के इवेंट का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। पाक के इवेंट में ५७ हजार ही लोग जुट पाये थे। आज आरा में हुए जयंती समारोह में ७७ हजार, ९०० से जयादा झंडे लगाये गये। वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, डा. संजय जायसवाल, मंत्री अश्विनी चौबे, तारकिशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री, विजय चौधरी, मंगल पांडेय, जदयू नेता नीरज कुमार, केन्द्रीय मंत्री आर. के. सिंह, रामप्रीत पासवान, जीवेश मिश्र, विधानसभा अध्यक्ष अवधेश नारायण सिंह, नंद किशोर यादव सहित बड़ी संख्या में एनडीए के नेता मौजूद थे।
आरा में एनडीए स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव पर भोजपुर के जगदीशपुर में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में यह रिकॉर्ड टूटा। इस दौरान पांच मिनट तक राष्ट्रीय झंडा फहराया गया। यह प्रोग्राम भाजपा का मेगा इवेंट रहा। लोग अपने-अपने हाथों में हजारों राष्ट्रीय झंडा लिये खड़े रहे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा भोजपुर की धरती पर इतिहास बनायेगा। यह इवेंट गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा। समारोह को कवर करने ‘गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ की इकाई भी मौजूद थी। मुख्य कार्यक्रम में वैसे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं गये थे, परंतु पटना हवाई अड्डे पर उन्होंने अमित शाह सहित सभी नेताओं का स्वागत किया। उनका स्वागत भाजपाध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी किया। सीपी ठाकुर ने भी सभी नेताओं का स्वागत किया।
80 की उम्र में कुंवर सिंह ने लड़ी आजादी की लड़ाई : शाह
(आज समाचार सेवा)
पटना। वीर कुंवर सिंह ने अस्सी वर्ष की उम्र में आजादी की लड़ाई लड़ी। उन्होंने अपने हाथ गंगा में समर्पित कर दिये थे। ऐसे वीर और बलिदानियों से बिहार गौरवान्वित है। उक्त बातें आज गृहमंत्री अमित शाह ने आरा में विजयोत्सव में कही। वे मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को विफल सिपाही विद्रोह बताया गया। वीर सावरकर ने इसे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा। उन्होंने इस मौके पर एलान किया कि कुंवर सिंह की स्मृति में भारत सरकार भव्य स्मारक बनायेगी।
इस मौके पर उन्होंने पूर्व सीएम लालू प्रसाद और राबड़ी देवी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को उनका शासन-काल याद करना चाहिए। क्या लोग बिहार के ‘जंगल-राज’ को भूल सकते हैं? तब सरेराह हत्या होती थी। बिजली-पानी की किल्लत थी। जाति के नाम पर भेद-भाव होता था। विकास की कोई योजना नहीं थी। नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने बिहार के बीमारू राज्य से बाहर निकाला और विकसित राज्य बनाया।
उन्होंने कहा कि अकेले कुंवर सिंह ने आरा से बलिया तक अंग्रेजों से लोहा लेने का काम किया। गोली लगने के चार दिनों बाद तक जिंदा रहें और देश की आजादी का झंडा झंडा लहराने के एक दिन बाद अंतिम सांस ली। वे बहुत बड़े समाज सुधारक थे। उनके शहीद होने के १६३ साल बाद भी जनता लाखों-लाखों की संख्या में तिरंगा लेकर श्रद्धांजलि देने आये।
भाजपा ने आरा के विजयोत्सव को ‘विजयपथ’ कार्यक्रम में बदल दिया। भाजपा नेताओं ने कहा कि वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया था। तब यही माना जाता था कि अंग्रेज अपराजेय हैं, किन्तु उन्होंने साबित कर दिया कि अंग्रेज अपराजेय नहीं है। अंग्रेजों के खिलाफ उन्होंने छापेमार युद्ध किया। इस मौके पर पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि वीर कुंवर सिंह झुकना नहीं जानते थे। इस मौके पर हालांकि वे राजनीतिक बयानबाजी से भी बाज नहीं आये। उन्होंने कहा कि इस बार के इलेक्शन में एनडीए लोकसभा की ४० की ४० सीटें जीतेगा। वहीं, राधामोहन सिंह ने कहा कि एनडीए भारत को परम वैभव के शिखर पर पहुंचायेगा। एनडीए का लक्ष्य है अगले २५ वर्षों में भव्य भारत के निर्माण का।