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Air Pollution: आपकी धड़कनों की लय बिगाड़ रहा वायु प्रदूषण, वैज्ञानिकों ने शोध में किया ये दावा


नई दिल्ली, दिल्ली सहित देश के कई शहरों में बढ़ता प्रदूषण आपके दिल की धड़कनों पर असर डाल रहा है। ज्यादा देर तक प्रदूषित हवा में सांस लेने से आपका दिल अनियमित या असामान्य लय के साथ धड़कने लगता है। दिल की धड़कनों की अनियमितता से मौत भी हो सकती है। ये खुलासा हाल ही में यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ईएससी) की ओर से किए गए एक अध्ययन में किया गया है। ये अध्ययन ऐसे मरीजों पर किया गया था जिनकी धड़कनें असामान्य थीं। धड़कन असामान्य होने की बड़ी वजह वायु प्रदूषण रही।

 

शोध में शामिल और इटली के मैग्योर अस्पताल में काम कर ही डॉक्टर एलेसिया ज़ानी बताती हैं कि उनके शोध से साबित हो गया है कि ऐसे मरीज जो दिल की धड़कन अनियमित होने वाली बीमारी इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर ( ICD) से पीड़ित हों उन्हें अपने आसपास वायु प्रदूषण के स्तर की नियमित जांच करनी चाहिए। अध्ययन में पाया गया कि वायु प्रदूषण और दिल की धड़कन असामान्य होने की बीमारी में सीधा संबंध है। हवा में अगर एक सप्ताह तक PM2.5 का स्तर एक माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक बढ़ा रहता है तो दिल की धड़कन असामान्य होने का खतरा 2.4% फीसदी तक बढ़ जाता है। वहीं अगर हवा में PM10 का स्तर एक सप्ताह तक एक माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक बढ़ा रहता है तो दिल की धड़कनें असामान्य होने का खतरा 2.1 फीसदी तक बढ़ जाता है। हवा में जब भी PM 2.5 का स्तर 35 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और PM 10 का स्तर 50 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक हो तो उन्हें जब तक बेहद जरूरी न हो घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। यदि बाहर कहीं जाना भी पड़े तो उन्हें एन 95 मास्क जरूर पहनना चाहिए। खास तौर पर जब किसी भारी ट्रैफिक वाले इलाके में जा रहे हैं तो मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं।