Latest News नयी दिल्ली राष्ट्रीय

Assam Flood: असम के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति है बेहद गंभीर, धेमाजी में करीब 39 हजार लोग प्रभावित


धेमाजी (असम), । असम के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। धेमाजी जिले में गुरुवार को भी स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। बाढ़ के चलते करीब 39,000 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ ने धेमाजी, जोनाई, सिसिबोरगांव और गोगामुख क्षेत्रों के 76 गांवों को प्रभावित किया है। असम और अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश ने कई ‘नए क्षेत्रों’ को भी जलमग्न कर दिया है। इन जिलों की नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है।

गोगामुख राजस्व सर्कल के अंतर्गत आने वाले 15 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ का पानी घरों में प्रवेश करने के बाद यहां के लोग जाने को मजबूर हैं। वर्तमान में ये लोग घरेलू पशुओं के साथ ऊंची भूमि और सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं।

बाढ़ ने खेती को पहुंचाया नुकसान

एक बाढ़ प्रभावित ग्रामीण मंटू नाथ ने भयावह स्थिति के बारे में समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि बाढ़ के पानी ने हमारी फसल भूमि को डुबो दिया है। अब हम बाढ़ के कारण बहुत सारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। क्षेत्र के कई गांव इस समय पानी के भीतर हैं।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार धेमाजी जिले में बाढ़ के पानी ने 2,838.40 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया है।

जियाधल क्षेत्र के ये गांव बुरी तरह से प्रभावित

दूसरी ओर, जियाधल क्षेत्र के कम से कम 10 गांव (दिहिरी चापोरी, दिहिरी कचारी, तिंगहरिया, नंबर 2 चांगमई दलोनी, नंबर 3 कमालपुर, अजारबाड़ी, तिनसुकिया केकुरी, दिहिरी लेपोंग) बाढ़ के कारण बुरी तरह से प्रभावित हैं।

बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार असम के पांच जिलों में बाढ़ से लगभग 70,000 लोग प्रभावित हुए हैं। असम और अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण राज्य को 7 अक्टूबर से बाढ़ की तीसरी लहर का सामना करना पड़ा है।

धेमाजी जिले में बाढ़ से 7,885 बच्चों प्रभावित

धेमाजी जिले में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। बाढ़ से 7,885 बच्चों सहित 38,774 लोग प्रभावित हुए हैं। जिले में 76 गांव और 2,838.40 हेक्टेयर फसल भूमि वर्तमान में पानी के नीचे है।

100 से ज्यादा गांव प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, लखीमपुर और नगांव जिलों के 69,750 लोग बाढ़ की ताजा लहर से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी ने पांच जिलों में 110 गांव और 3021.40 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया है।