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तेवतिया के मर्डर के बाद उठे सवाल, जेल संख्या-3 पर प्रशासन की पकड़ ढीली;


नई दिल्ली, दिल्ली की तिहाड़ में जेल संख्या तीन ऐसा जेल बन चुका है जहां जेलकर्मियों की नहीं बल्कि कैदियों की चलती है। इस जेल में अलग अलग गुट के कैदी अपनी मनमानी करने के लिए हथियार बना लेते हैं और जेल प्रशासन को कानो-कान खबर तक नहीं होती है।

कैदियों में से ही किसी सूत्र से जेल प्रशासन को जब कभी जानकारी मिलती है, तब कार्रवाई की जाती है, लेकिन बड़ा सवाल है कि प्रशासन को तब क्यों नहीं पता चलता है जब कैदी जेल में प्रतिबंधित वस्तुओं का निर्माण व भंडारण तक कर लेते हैं। हाल ही में जेल संख्या तीन में कैदियों के पास से भारी मात्रा में प्रतिबंधित सामग्री बरामद की गई थी।

इस दौरान कैदियों के पास से सर्जिकल ब्लेड, मादक पदार्थ, मोबाइल फोन, सिम कार्ड बरामद हुआ। इस दौरान एक कैदी के पास से एक पैकेट बरामद हुआ। पैकेट में 23 सर्जिकल ब्लेड, दो टच स्क्रीन वाले मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड, मादक पदार्थ व अन्य सामान था। तब जेल प्रशासन ने दावा किया था कि इस कैदी के पास कहां से प्रतिबंधित सामान पहुंचा है, उसका पता लगा लिया गया है, शीघ्र की कार्रवाई होगी। लेकिन फिर पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

पहले भी हो चुकी है जेल में मारपीट

इसके पहले पिछले साल अक्टूबर महीने में इसी जेल संख्या तीन में कैदियों के दो गुट भिड़ गए थे। दोनों गुटों ने एक दूसरे पर धारदार हथियार से वार करने का आरोप लगाया था। मामला 25 अक्टूबर की रात का था, जब गणपत नामक कैदी अपनी बैरक में था, तब रात 10 बजे उस पर कुछ कैदियों ने अचानक हमला कर दिया। गणपत ने शिकायत में हमलावर आरोपित कैदियों के नाम भी बताए हैं।

उसने आरोप लगाया है कि दीपक, शंकर, दिनेश, दीपक ने दिलदार नामक कैदी के साथ मारपीट की थी। इस दौरान गणपत ने बीच बचाव किया था। इस पर दीपक, दिनेश, अमन व वरुण ने गणपत पर धारदार हथियार से वार किया। बाद में अंकित व विनय ने लात घूसों से भी वार किया। इस मामले में एक पक्ष के कैदियों ने दीपक पर भी हमला किया था। विकास, धीरज, गणपत, दिनेश व दानिश को भी चोटें आई थी।

एनसीआरबी के आंकड़े जताते हैं चिंता

एनसीआरबी ने पिछले वर्ष जो आंकड़े जारी किए, उसके अनुसार वर्ष 2021 में दिल्ली की जेलों में झड़प के छह मामले सामने आए। इसमें 14 कैदी व एक जेल कर्मी घायल हुआ। एक कैदी की तो हत्या भी हो गई। इस वर्ष भी मारपीट की अनेक घटनाएं सामने आ चुकी हैं।