रामपुर : सपा नेता आजम खां का आवास हो, हमसफर होटल हो, ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाली उनकी जौहर यूनिवर्सिटी हो या फिर उनके करीबी विधायक नसीर खां व अन्य के आवास व प्रतिष्ठान हों, सभी जगह आयकर विभाग की छापेमारी दूसरे दिन भी चलती रही।
हालांकि इस छापेमारी को लेकर सभी जगह सन्नाटा पसरा रहा और सन्नाटे के बीच ही टीम के छापे की जांच व कार्रवाई को लेकर सवाल उठते रहे, लेकिन मिनट दर मिनट समय बीतने के बाद भी टीमों की तरफ से अधिकृत तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई।
आयकर विभाग की टीमों की यह छापेमारी बुधवार की सुबह से चल रही है, जो दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रही। हालांकि जेल रोड के समीप स्थित आजम खां के आवास पर छापेमारी जारी होने के बावजूद बुधवार की अपेक्षा गुरुवार को गाड़ियां कम नजर आई, लेकिन छापेमारी की वजह से सन्नाटे का माहौल छाया रहा। मीडिया कर्मी जरूर अधिकृत जानकारी व छापेमारी के निष्कर्ष को जानने के लिए पूरे दिन चहल कदम करते रहे।
कार्यवाही के दौरान आजम खान के आवास में जाते आयकर विभाग के अधिकारी।
जैसे ही छापा मारने वाली टीम में शामिल कोई सदस्य व अधिकारी बाहर आता अथवा कोई गाड़ी आकर रूकने पर अधिकारी अंदर जाता, तभी मीडिया कर्मी अपने कैमरे व मोबाइल लेकर सवाल करना शुरू कर देते, लेकिन सवालों को अनसुना करते हुए सभी आगे बढते रहे। यही स्थिति होटल हमसफर, जौहर यूनिवर्सिटी समेत अन्य स्थानों पर बनी रही।
आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान आजम खान के घर के बाहर खड़े सपा कार्यकर्ता।
होटल हमसफर व जौहर यूनिवर्सिटी के गेट अंदर से बंद है। बाहर से कोई भी आता दिखाई देने पर उसे वापस लौटा दिया जाता रहा। इन स्थानों पर भी सन्नाटा छाया रहा। आजम खां के करीबी चमरौआ विधानसभा के विधायक नसीर खां के बेरियान स्थित आवास पर भी सन्नाटे जैसा माहौल छाया रहा। हालांकि छापेमारी को लेकर लोगों में चर्चा खूब हो रही है। लोग चर्चा के दौरान एक-दूसरे से यही जानने का प्रयास करते कि टीम है या गई और छापे में सामने निकल कर क्या आया ?
गाडियों को देखकर सहम जाते लोग
सपा नेता आजम खां व उनके करीबियों के यहां आयकर विभाग की टीमों के द्वारा छापेमारी की जा रही है। इन टीमों के द्वारा दूसरे जनपद के पंजीकृत नंबर प्लेट लगी जिन लग्जरी गाडियों का प्रयोग करके टीमें यहां पहुंची हैं, उन्हें आसपास के लोग पहचान गए हैं।
आजम खां के घर से कचरा निकालते सफाई कर्मचारी।
यह गाडियां जब भी किसी अधिकारी व टीम सदस्य को लेकर आती जाती है, तब ही संबंधित क्षेत्रों के लोग सहम जाते हैं। गुरुवार की दोपहर दो बजे जौहर यूनिवर्सिटी के सामने वाली रोड की एक दुकान के बाहर खड़े कुछ आपस में बतिया रहे थे। अचानक अंदर से दो गाडियां बाहर निकली तो सामने खड़े लोग बतियाना बंद कर दाएं-बाएं खिसक गए।