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DAVV Indore: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी MMS कांड से डीएवीवी ने लिया सबक,


भोपाल, । चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एमएमएस कांड ने देशभर के शैक्षनिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया है। इस घटना से सबक लेते देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) ने हास्टल में रहने वाली छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अहम कदम उठाया है। इंदौर के डीएवीवी में पहली बार होस्टल में कैमरे लगाने का फैसला लिया गया है। 

सभी ब्लाइंड स्पाट पर सीसीटीवी से होगी निगरानी

विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रत्येक होस्टल के ब्लाइंड स्पाट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। पहले चरण में अधिकारियों ने गर्ल्स होस्टल को चुना है, ताकि छात्राओं की सुरक्षा बढ़ाई जा सके। डीएवीवी में पांच गर्ल्स होस्टल में करीब 500 छात्राएं रहती हैं। गर्ल्स हास्टल में हाउसकीपिंग से जुड़े पुरुष कर्मचारियों के साथ साथ बाहरी छात्राओं के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है।

वार्डन रखेंगी छात्राओं पर कड़ी नजर

डीएवीवी की कुलपति डा रेणु जैन ने सभी वार्डन की महीने में दो बार बैठक रखने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही वार्डन को छात्राओं के बाहर आने-जाने का समय रजिस्टर में लिखने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने जिम्मेदारों को नियमित निरीक्षण करने को लेकर सख्त निर्देश भी दिए हैं, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि विद्यार्थियों को रैगिंग सहित किसी भी समस्या का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है।

सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए सर्वे पूरा

होस्टलों में सीसीटीवी लगाने के लिए विश्वविद्यालय ने तीन दिन में सर्वे पूरा किया है। छात्र और छात्राओं के प्रत्येक होस्टल में 11-12 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसमें अधिकांश ब्लाइंड स्पाट हैं। कैमरे इंस्टाल करने का प्रस्ताव चीफ वार्डन कार्यालय से भेजा गया है। फाइल इन दिनों कुलपति कार्यालय में रखी है।

रात में नाइट विजन कैमरे रखेंगे नजर

अधिकारियों के मुताबिक, स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण होस्टल क्षेत्र में शाम के समय अंधेरा होता है। इसके लिए नाइट विजन कैमरे भी लगाए जाएंगे। वहीं स्ट्रीट लाइट की मरम्मत करवाई जाएगी। होस्टलों में निरीक्षण को लेकर विश्वविद्यालय ने एक उड़नदस्ता बनाया गया है, जिसमें अधिकारियों और प्रोफेसरों को शामिल किया गया है। विवाद और रैगिंग की घटना के दौरान ही दल सक्रिय होता है। उसके बाद जिम्मेदार होस्टलों में झांकने तक नहीं जाते हैं, क्योंकि महीने भर में दल को रिपोर्ट देना होती है।

डीएवीवी की चीफ वार्डन डा जीएल प्रजापति ने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा के मद्देनजर गर्ल्स होस्टल में सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे। यहां की व्यवस्था में भी बदलाव किया है। ब्वायज होस्टल में भी कैमरों से नजर रखेंगे। सर्वे पूरा कर लिया है।