बठिंडा। पंजाब में किसान एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने किसानों पर अवैध माइनिंग करने के दर्ज किए मामले के विरोध में वीरवार काे 3 घंटे के लिए ट्रेनों का चक्का जाम किया। किसानों ने मौड़ मंडी व भुच्चो मंडी में रेलवे ट्रैक पर धरना लगाया। किसानों के धरने के कारण बठिंडा से दिल्ली व पटियाला की तरफ आने जाने वाली ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा।
किसानों पर अवैध माइनिंग के तहत केस दर्ज करने का आराेप
जिला प्रधान शिंगारा सिंह मान ने बताया कि किसानों ने अब बेशक अपना थाने के आगे चल रहा धरना समाप्त कर दिया है। लेकिन वह अपने संघर्ष को जारी रखेंगे। जिसके चलते वीरवार को तीन घंटे के लिए ट्रेनों का चक्का जाम किया गया है। खेतों से मिट्टी उठाकर जमीन को बराबर करने के लिए किसानों पर अवैध माइनिंग के तहत केस दर्ज उनको जेलों में बंद किया जा रहा है। यहां तक कि मिट्टी उठाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मशीनरी को भी जब्त किया जा रहा है।
भारत माला प्रोजेक्ट काे लेकर भी राेष
इसके अलावा भारत माला प्रोजेक्ट के अधीन किसानों को कम पैसे देकर उनकी जमीनों को छीनने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही किसानों ने फैसला किया कि पराली की संभाल के लिए सरकार द्वारा प्रबंध न किए जाने के कारण उनके द्वारा पराली को आग लगाना एक मजबूरी बन जाएगा। वहीं किसानों ने गुलाबी सुंडी व सफेद मच्छर के कारण खराब हुई नरमा की फसल का भी मुआवजा न देने का जिक्र किया। इस मौके पर जगदेव सिंह जोगेवाला, जगसीर सिंह झुंबा, बसंत सिंह कोठागुरु, होशियार सिंह, कुलवंत राय शर्मा, सुखदेव सिंह जवंधा, बाबू सिंह, नछत्तर सिंह व गुरमेल सिंह आदि उपस्थित थे।
लुधियाना में भी किया प्रदर्शन
केंद्र सरकार की योजना भारत माला प्रोजेक्ट के तहत लुधियाना में भी कई पुरानी मांगें पूरी नहीं होने के विरोध में ट्रेनें रोकी। वीरवार दोपहर 12 से तीन बजे तक 100 से अधिक किसान किला रायपुर रेलवे लाइन पर धरना दिय़ा। किसानाें का कहना है कि केंद्र सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है।