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Lok Sabha Election: राहुल गांधी के ‘शक्ति’ प्रदर्शन पर सियासी संग्राम, BJP ने बताया सनातन का अपमान


 नई दिल्ली। Shakti Row। महाराष्ट्र में विपक्षी नेताओं की रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि वो शक्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं। पीएम मोदी ने आज राहुल गांधी के इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी।पीएम मोदी ने कहा,”वह (राहुल गांधी) कहते हैं कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। मेरे लिए हर बेटी शक्ति का रूप है और मैं अपनी माताओं-बहनों की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा दूंगा।

 

पीएम मोदी ने आगे कहा,”एक ओर शक्ति के विनाश की बात करने वाले लोग हैं, दूसरी ओर शक्ति की पूजा करने वाले लोग हैं। मुकाबला 4 जून को हो जाएगा कि कौन शक्ति का विनाश कर सकता है और कौन शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है।”

पीएम मोदी के अलावा, भाजपा के कई नेताओं ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है।

नारी-शक्ति के खिलाफ हैं राहुल गांधी: शहजाद पूनावाला

बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी नारी शक्ति के खिलाफ हैं। उन्होंने आगे कहा, “आई.एन.डी.आई. गठबंधन के कई नेताओं ने कहा है कि हिंदू धर्म धोखाधड़ी है। रामचरितमानस पोटेशियम साइनाइड है। भगवान राम के अस्तित्व को नकारने से लेकर शक्ति के बारे में बयान देने तक, कांग्रेस पार्टी का हिंदू घृणा का एक लंबा इतिहास है।

शहजाद पूनावाला ने आगे कहा,”राहुल गांधी की स्त्रीद्वेषी मानसिकता को दर्शाता है, जो नारी-शक्ति और उसकी अभिव्यक्ति के खिलाफ हैं।”

भारत को विदेशी की नजरों से देखते हैं राहुल गांधी: तरूण चुघ

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि राहुल गांधी भारत को इटली से आए एक विदेशी की नजर से देखते हैं। वह देश को बदनाम करने और भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। वे कभी सेना का अपमान करते हैं, कभी धर्म का अपमान करते हैं। वहीं, वो कभी-कभी देश की संस्थाओं का अपमान करते हैं।

क्या वह हिंदू धर्म के खिलाफ हैं: आचार्य प्रमोद कृष्णम

पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा,”राहुल गांधी को खुद नहीं पता कि वह किस बारे में बात कर रहे हैं, उन्हें यह भी नहीं पता कि वह ऐसा क्यों कह रहे हैं, वह बस कहते हैं। राहुल गांधी को नहीं पता कि ‘शक्ति’ और ‘भक्ति’ क्या है। उनके साथ कुछ लोग हैं जो उन्हें बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं। वे उन्हें एक कागज का टुकड़ा देते हैं और वह उसे पढ़ते रहते हैं।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा,”राहुल गांधी को खुद सोचने की जरूरत है कि वह ये बातें क्यों कह रहे हैं और इसका मतलब क्या है। उन्हें सोचने की जरूरत है और उन्हें खुद को साफ करने की जरूरत है कि क्या वह हिंदू धर्म के खिलाफ बीजेपी के खिलाफ हैं?”

राहुल गांधी ने आखिर कहा क्या?

दरअसल, यह भी जान लें कि राहुल गांधी ने ‘शक्ति’ को लेकर आखिर ऐसा क्या कहा है। रविवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में आई.एन.डी.आई. गठबंधन ने एक विशाल रैली को आयोजित किया। इस रैली में कांग्रेस नेताओं ने भी शिरकत किया। रैली में राहुल गांधी ने कहा कि हम एक शक्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं। सवाल यह है कि शक्ति क्या है। राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है। राजा की आत्मा ईवीएम और हर संस्था में है। राजा की आत्मा सीबीआई और आयकर विभाग में है।

राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने सोमवार को कहा कि देवी-देवताओं के खिलाफ बोलने वालों को जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कांग्रेस को हिंदू विरोधी पार्टी बताते हुए कहा अगर राहुल गांधी ऐसी टिप्पणी करेंगे तो उनके खिलाफ कौन खड़ा रहेगा। नारी शक्ति हिंदू, सनातन धर्म का गौरव है।

राहुल गांधी के समर्थन में उतरे विपक्षी नेता

राष्ट्रीय जनता दल के नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा वो सही कहा है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा,” “हर कोई यह जानता है। उन चुनावी बॉन्डों को देखें जो आए हैं। उन्होंने (भाजपा) ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल न केवल विपक्ष को धमकाने के लिए किया है, बल्कि उनसे भारी मात्रा में पैसा कमाने के लिए भी किया है।”

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा,”देश अब किसी बुरी ताकत से नहीं, बल्कि दैवीय शक्ति से चलेगा। क्या आपको ‘शक्ति’ की याद तब नहीं आई जब आपकी पार्टी कठुआ, उन्नाव और हाथरस में अपराधियों के पक्ष में रैलियां निकाल रही थी?’

उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाया गया। किस ‘शक्ति’ ने आपको चुप रहने पर मजबूर किया? वहीं,जब महिला पहलवान सड़कों पर थीं और बृजभूषण शरण सिंह आपके घर पर थे, तो आप किस ‘शक्ति’ के लिए प्रार्थना कर रहे थे?’