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Manish Death Case: पुलिसवालों की गिरफ्तारी नहीं, कोई खुद को बचा रहा: अखिलेश


  • लखनऊ. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत (Manish Gupta Death Case) मामले में हत्या की एफआईआर दर्ज हो गई है. मामले में कई पुलिसकर्मियों को नामजद किया गया है. उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हो गई है, वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने लिप्त पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी का भी फरमान जारी कर दिया है. वहीं इस मसले पर उत्तर प्रदेश में सियासी माहौल गरमा गया है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) लगातार इस मुद्दे पर योगी सरकार को घेर रहे हैं. गुरुवार को अखिलेश ने कानपुर जाकर पीड़ित परिवार से भी मुलाकात की और उन्हें 20 लाख रुपये की मदद देने का आश्वासन दिया. आज अखिलेश यादव ने इसी क्रम में फिर योगी सरकार पर हमला बोला है.

अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि मामले में अब तक पुलिसवालों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इन्हें बचाया जा रहा है. अखिलेश ने ट्वीट में लिखा है, “‘मनीष गुप्ता हत्याकांड’ में पुलिसवालों की गिरफ्तारी न होना ये दर्शाता है कि वो फरार नहीं हुए हैं, उन्हें फरार कराया गया है. दरअसल कोई आरोपियों को नहीं बल्कि खुद को बचा रहा है क्योंकि इसके तार ‘वसूली-तंत्र’ से जुड़े होने की पूरी आशंका है.’जीरो टालरेंस’ भी भाजपाई जुमला है.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव का ट्वीट

ये है पूरा मामला

गोरखपुर के सिकरीगंज के महादेवा बाजार के रहने वाले चंदन सैनी ने बताया कि वह बिजनेस करते हैं. उनके तीन दोस्त गुरुग्राम से प्रदीप चौहान (32) और हरदीप सिंह चौहान (35) और कानपुर से मनीष गुप्ता (30) गोरखपुर घूमने आए थे. 27 सिंतबर की रात रामगढ़ताल थाना पुलिस होटल व सरायों की जांच पर निकली थी. थाने से कुछ दूरी पर स्थित कृष्णा होटल में पुलिस ने एक कमरे की तलाशी ली तो वहां मनीष अपने दो दोस्तों के साथ ठहरा हुआ था. पुलिस के पहुंचने पर मनीष के दोनों साथी उठ गए.