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Meerut Election Voting : मेरठ में मस्जिद से वोट देने के ऐलान पर दौड़े अफसर


मेरठ, । मेरठ में गुरुवार को सुबह सात से घने कोहरे के बीच मतदान शुरू हो गया है। धीरे-धीरे लोग बूथों पर पहुंचे। कुछ समय बाद कई बूथों पर लंबी-लंबी कतारें लग गईं। वहीं मेरठ जनपद में सुबह 11 बजे 17 फीसद मतदान हो चुका है। युवाओं को सेल्‍फी लेते देखा गया। कुछ स्‍थानों पर ईवीएम को लेकर दिक्‍कतें आईं जिन्‍हें बाद में ठीक कर दिया गया। जिले के 26.12 लाख से अधिक मतदाता अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में वोट कर सात विधायकों का चुनाव करेंगे।मेरठ दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के गांव हाजीपुर में ईवीएम मशीन खराब होने से आधा घंटा देरी से हुआ मतदान।

भावनपुर में मस्जिद से किया ऐलान

मेरठ के भावनपुर थाने के लूबक्सर गांव में मस्जिद में लगे लाउडस्पीकर के साइकिल को वोट देने के लिए अनाउंस कर दिया। इसकी शिकायत अन्य प्रत्याशियों ने पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपित फरार हो गया है। उसकी धरपकड़ को टीम लगा दी गई। साथ ही भावनपुर थाने में आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। गुरुवार को विधानसभा चुनाव में मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया था।

पुलिस को मामले की शिकायत

भावनपुर के लूबक्सर गांव में करीब 9:00 बजे मस्जिद के लाउडस्पीकर से अनाउंस किया गया। ऐलान किया गया कि सभी वोट साइकिल को दें। मस्जिद में से आए ऐलान के बाद लूबक्सर मतदान पर लोग सक्रिय भी हो गए। लगातार अनाउंस होने पर अन्य प्रत्याशियों ने पुलिस से मामले की शिकायत की। तभी पुलिस ने आरोपित को पकड़ने के प्रयास किए। थाना प्रभारी नीरज मलिक ने बताया कि अभी तक जानकारी में आया है कि इलियास के बेटे समीर ने अपने साथियों के साथ अनाउंस किया था।

पुलिस की दबिश के समय सभी आरोपित मस्जिद से फरार हो गए हैं। उनको पकड़ने के लिए पुलिस की टीम लगा दी गई है। आरोपितों के खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता का मुकदमा भावनपुर थाने में दर्ज किया जा रहा है। मतदान प्रभावित ना हो इसके लिए पुलिस पर लगा दिया गया है। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि मामला शांतिपूर्ण है। किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा।

वहीं किठौर विधानसभा क्षेत्र के खरखौदा जनता इंटर कॉलेज पर मशीन खराब होने पर 10 मिनट की देरी से चला मतदान। जनपद में सुबह 9:00 बजे तक मात्र 9 प्रतिशत हुआ मतदान। सिवालखास में 9% , सरधना में 9%, हस्तिनापुर में 10%, मेरठ शहर में 9%, मेरठ दक्षिण में 8%, किठौर में 9% मतदान हो चुका है। किठौर विधानसभा के गांव अजराड़ा में बूथ नंबर 405 पर बीएलओ के नही पहुंचने और मतदाता पर्ची नही बाटे जाने पर मतदाताओं ने जताई नाराजगी, अधिकारियों से शिकायत करने के बाद बूथ पर पहुंची बीएलओ। मेरठ जनपद की 7 विधानसभाओं में मिलाकर पूर्वाहन 11:00 बजे तक 17% मतदान हुआ है।

हर बार की तरह प्रदेश के सात चरणों के मतदान की शुरुआत अपनी क्रांतिधरा से होने जा रही है। ऐसे में उम्मीद बांधी जा रही है कि मेरठ की जागरूक जनता दिल खोलकर वोट करेगी और नया रिकार्ड बनाएगी। विधानसभा क्षेत्रों का विवरण और वहां के सभी प्रत्याशियों का ब्यौरा दैनिक जागरण उपलब्ध करा रहा है। तो इन्हें देखिए, समझिए, परखिए और तय समय में निकलकर वोट कीजिए…

26.12 लाख

कुल मतदाता

14.22

पुरुष मतदाता

11.90

महिला मतदाता

मतदान के लिए 12 विकल्पों का करें प्रयोग, जरूर डालें वोट

मेरठ जनपद की सभी सात विधानसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान हो गया है। मतदान करने के लिए मतदाताओं को निर्वाचन आयोग द्वारा कई सुविधाएं दी जा रही हैं। मतदाता पहचान पत्र न होने के बाद भी 12 विकल्पों का प्रयोग कर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए मतदाता पहचान पत्र के अलावा भी 12 विकल्प दिए गए हैं। मतदाता को अपनी पहचान सिद्ध करने के लिए अपना मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा। ऐसे मतदाता जो मतदाता पहचान पत्र प्रस्तुत नहीं कर पाते हैं, उन्हें अपनी पहचान स्थापित करने के लिए 12 अन्य पहचान पत्रों के माध्यम से मतदान करने का अधिकार आयोग द्वारा दिया है।

इन विकल्पों का भी कर सकते हैं प्रयोग

मतदाता पहचान पत्र न होने पर मतदाता अपने आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, बैक व डाकघर द्वारा जारी किए गए फोटो युक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआइ द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केंद्र व राज्य सरकार के लोक उपक्रम व पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटो युक्त सेवा पहचान पत्र, सांसद व विधायक के साथ विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र, यूनिक डिसएबिलिटी आइडी (यूआइडी) कार्ड के साथ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा। इसके अलावा पासपोर्ट के माध्यम से भी नियमों का पालन कर मतदान कराया जाएगा।