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Pakistan: बदले की भावना से किया गया था हमला- पाकिस्तान पुलिस प्रमुख


पाकिस्तान, । प्रांतीय राजधानी पेशावर में सोमवार को कंपाउंड की मस्जिद में दोपहर की नमाज के लिए 300 से 400 पुलिसकर्मी जमा हुए थे, तभी अचानक एक पूरी दीवार और छत का अधितकर हिस्सा उड़ गया, जिससे वहां मौजूद अधिकारियों पर मलबा गिर गया। शहर के पुलिस प्रमुख मुहम्मद एजाज खान ने बताया, “हम आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं कि आखिर हमें निशाना क्यों बनाया गया है। हमें लग रहा है कि इस हमले का उद्देश्य हमें एक ताकत के रूप में गिराना था।”

लगातार बढ़ रहे आत्मघाती हमले

मंगलवार शाम को तक मलबे में फंसे सभी जीवित लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया और उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कर दिया गया है। अगस्त 2021 में तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा होने के बाद से ही पेशावर के नीचले इलाकों में उग्रवाद बढ़ता जा रहा है, उग्रवादी लगातार सुरक्षा चौकियों को निशाना बना रहे हैं। ज्यादातर हमले पाकिस्तानी तालिबानियों द्वारा किए जाते हैं या फिर जो लोकल इलाकों के इस्लामिक स्टेट से जुड़े होते हैं।

10-12 किलो विस्फोटक सामग्री से साथ आया था हमलावर

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत पुलिस बल के प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने मीडिया को बताया है कि एक आत्मघाती हमलावर 10-12 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री लेकर मस्जिद में आया था। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी तालिबान से जुड़ा आतंकवादी समूह इस हमले में शामिल हो सकता है। इस हमले में घायल हुए 23 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल वजाहत अली ने मंगलवार को बताया कि वह सात घंटे तक मेरे ऊपर एक लाश के साथ मलबे में फंसा रहा। मैं अपनी जीने उम्मीद खो चुका था।

मामले की बारिकी से होगी जांच

गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को बताया कि मृतकों में 97 पुलिस अधिकारी और तीन नागरिक शामिल हैं, जिनमें 27 मरीज अभी भी गंभीर हालत में हैं। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि शहर के सबसे कड़े नियंत्रित क्षेत्रों में से एक, हाउसिंग इंटेलिजेंस और काउंटर टेररिज्म ब्यूरो और क्षेत्रीय सचिवालय के बगल में एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन कैसे हो सकता है।

पीएम शहबाज शरीफ ने जारी किया बयान

मारे गए पुलिस अधिकारियों को सामूहिक प्रार्थना समारोहों में पाकिस्तानी झंडे में लपेटा गया है और इसके बाद उन्हें दफनाया गया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बयान में कहा, “आतंकवादी उन लोगों को निशाना बनाकर डर पैदा करना चाहते हैं जो पाकिस्तान की रक्षा करने का कर्तव्य निभाते हैं।”

बढ़ाई गई सुरक्षा

देश भर के प्रांतों ने विस्फोट के बाद अपने इलाकों में हाई अलर्ट कर दिया था और सभी चौकियों को बढ़ा दिया गया था। इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था जबकि राजधानी इस्लामाबाद में स्नाइपर्स को इमारतों के पास तैनात किया गया था। आपको बता दें, हमले वाले दिन संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान इस्लामाबाद का दौरा करने वाले थे, हालांकि खराब मौसम के कारण यात्रा को अंतिम समय में रद्द कर दिया गया था।