चंडीगढ़। Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा की 10 मार्च को बाद दोपहर तक यह तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी कि पंजाबियों ने किसे बहुमत दिया है। अगर किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला तो सरकार कौन बनाएगा, इस बात को ध्यान में रखकर जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। इस बीच, कैप्टन अमरिंदर सिंह की नजर कांग्रेस के संभावित विधायकों पर टिकी हुई है। कैप्टन कांग्रेस के संभावित विधायकों के साथ संपर्क कर रहे हैं।
दो दिन पूर्व कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की थी। हालांकि कैप्टन के बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने भी शाह के साथ बैठक की थी। बैठक के बाद चन्नी ने कहा था कि उन्होंने भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड के स्थाई सदस्य के नियमों में बदलाव व यूक्रेन में फंसे पंजाब के छात्रों को लेकर मुलाकात की थी, जबकि कैप्टन के साथ मुलाकात के दौरान ही इस बात की रणनीति तय हो गई थी कि अगर किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो आगे की रणनीति क्या होगी।
खास बात यह है कि भाजपा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। हालांकि चुनाव से पूर्व कैप्टन भाजपा की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए थे, क्योंकि कांग्रेस ने 70 के करीब विधायकों को फिर टिकट दे दिया था। इसकी वजह से उम्मीद थी कि बड़े स्तर पर कांग्रेस के विधायक टूटेंगे, पर ऐसा नहीं हो पाया था। भाजपा ने एक बार फिर कैप्टन पर विश्वास जताया है और चुनाव परिणाम से पहले कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों के साथ संपर्क करने की जिम्मेदारी सौंपी है।