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- खोईंछा भरे गये, रखा गया महाअष्टमी का व्रत
- नवदुर्गा के नौवें रूप देवी सिद्धिदात्री का दिन आज
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(आज समाचार सेवा)
पटना। साधोपासना का महापर्व शारदीय नवरात्र परवान पर है। उपासना की बांग्ला पद्धति के तहत पूजा स्थलों पर कुमारी पूजा के दृश्य ने उपासकों को भक्ति से भाव-विभोर कर दिया। पूजा पंडालों में देवी प्रतिमाओं के समक्ष श्रद्धालु नर-नारी हाथ जोड़ वंदना-अभ्यर्थना करते रहे। खोईंछा भरने के लिए श्रद्धालु महिलाएं पूजा स्थलों पर पंक्तिबद्ध रहीं।
श्रद्धालुओं ने महाअष्टमी का व्रत भी रखा। बुधवार को क्षितिज में पूरब दिशा में लालिमा बिखेर प्रत्यक्षदेव सूर्य ने जैसे ही अपने आगमन का एहसास कराया, पवित्र शक्तिकलश स्थलों से वेद के साथ श्रीदुर्गासप्तशती के संस्कृत मंत्रोच्चार गूंजने लगे। सार्वजनिक स्थल वाले पूजा स्थलों के साथ देवी मंदिरों से शंख एवं घंटे की ध्वनि के समवेत स्वर निकलने लगे। धूप, दीप एवं अगरबत्तियों से मह-मह पूजामय वातावरण पवित्रता का एहसास कराने लगे। महाअष्टमी पूजन हुआ। आद्याशक्ति नवदुर्गा के आठवें रूप देवी महागौरी की साधना-उपासना, पूजा-अर्चना एवं वंदना-अभ्यर्थना के स्वर पूजा स्थलों से फूट पड़े।
राजधानी पटना के मंदिरों की बात करें, तो बड़ी पटनदेवी, छोटी पटनदेवी, अगमकुआं शीतला माता मंदिर, पटना सिटी कालीस्थान, वाराह मंदिर, पिताम्बरा मंदिर, दरभंगा हाउस काली मंदिर, पटना जंक्शन महावीर मंदिर, राजाबाजार हनुमान मंदिर, शेखपुरा दुर्गा आश्रम एवं खाजपुरा शिवमंदिर आस्था का केंद्र बने हुए हैं। हार्डिंग रोड में अणे मार्ग मोड़ पर अवस्थित दुर्गा मंदिर से फूटते स्वर आसपास के इलाके में गुंजायमान हैं। वहां आचार्य रामाकांत पाठक की अगुआई में संस्कृत मंत्रोच्चार की गूंज है। हवाईअड्डा मोड़ पर, जहां से चितकोहरा ऊपरी पुल शुरू होता है, स्थित काली मंदिर, यारपुर कालीबाड़ी, राजवंशीनगर पंचमुखी हनुमान मंदिर, पुनाईचक मोड़ दुर्गा मंदिर, हड़ताली मोड़ काली मंदिर, सर्पेंटाइन रोड पंचमंदिर, कंकड़बाग पंचमंदिर, गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी, आनंदनाथ शिवमंदिर एवं जलेश्वरनाथ शिवमंदिर सहित सभी देव-देवी मंदिरों से वंदना-अभ्यर्थना के स्वर गूंज रहे हैं।
मंदिरों से इतर सार्वजनिक पूजा स्थल भी पूरी तरह से पूजामय हैं। बेली रोड पर सगुना मोड़ से लेकर डाकबंगला चौराहा तक के कई पारंपरिक पूजा स्थलों से देवी के मंत्र गूंज रहे हैं। पटना-खगौल रोड पर फुलवारी शरीफ से लेकर मीठापुर तक और उधर मीठापुर से सिपारा तक के बीच भी कई पूजा स्थलों पर महिलाएं खोईंछा भरने पहुंचीं। गांधी मैदान से लेकर पटना सिटी तक अशोक राजपथ में भी पारंपरिक पूजा स्थलों पर भी खोईंछा भरे गये। ऐसा ही दृश्य कंकड़बाग रोड पर चिरैयाटांड़ देवी मंदिर से अगमकुआं तक भी कई स्थानों पर रहा।
कमोबेश, ऐसा ही दृश्य एक्जीबिशन रोड, फ्रेजर रोड, बुद्ध मार्ग, भट्टाचार्या रोड, यारपुर, करबिगहिया, चांदमारी रोड, चिरैयाटांड़, मीठापुर, यारपुर, गर्दनीबाग, चितकोहरा, अनीसाबाद, पुलिस कॉलनी, जगदेव पथ, खाजपुरा, आशियाना नगर, राजाबाजार, शेखपुरा, शास्त्रीनगर, राजवंशी नगर, पुनाईचक, मंदिरी, बोरिंग रोड, बोरिंग केनाल रोड, सर्पेंटाइन रोड, खजांची रोड, दलदली रोड, मछुआ टोली, दरियापुर, कमदकुआं, सैदपुर, कंकड़बाग कॉलनी,श्रीकृष्णापुरी, पाटलिपुत्रा कॉलनी, बारी पथ, आर्यकुमार रोड, नाला रोड, ठाकुरबाड़ी रोड, भिखना पहाड़ी, सब्जीबाग, भंवर पोखर, लोहानीपुर, राजेंद्र नगर एवं लालजी टोला के पूजा स्थलों पर रहा।
खैर, गुरुवार को आद्याशक्ति नवदुर्गा के नौवें रूप देवी सिद्धिदात्री की साधना-उपासना, पूजा-अर्चना एवं वंदना-अभ्यर्थना से शारदीय नवरात्र की पूर्णाहुति होगी।