Post Views: 1,013 डा. समन्वय नंद माओकी सेनाने हजारोंकी संख्यामें नीरिह तिब्बतियोंको मौतके घाट उतार दिया था। इस तरहकी स्थिति उत्पन्न हो गयी थी कि परम पावन दलाई लामाको तिब्बत छोड़कर भारतमें शरण लेना पड़ा था। वैसे देखा जाय तो चीनकी कम्युनिस्ट सेनाने १९४९ से ही तिब्बतपर हमला करना प्रारंभ कर दिया था। पहले माओकी […]
Post Views: 653 जग्गी वासुदेव क्याआपने कभी ध्यान दिया है कि आप जब अलग-अलग तरहके विचारों और भावनाओंसे गुजरते हैं तो आपकी सांसकी बनावट अलग-अलग तरहकी होती है। जब आप क्रोधित अथवा शांत होते हैं तो दूसरे तरीकेसे सांस लेते हैं। यदि आप बहुत खुश या दुख होते हैं तो दूसरे तरीकेसे सांस लेते हैं। […]
Post Views: 654 श्रीराम शर्मा स्वार्थ और अहंकारसे मुक्त होकर औरोंके लिए जो कष्ट उठाया जाता है, वही सच्चा धर्म है। धर्म है औरोंके लिए, राष्ट्र, विश्व, स्वयंका उत्सर्ग। यह प्रक्रिया अत्यंत कष्टदायी अवश्य है, परन्तु इसीमें सुख, शांति एवं संतोष मिलता है। ऐसेमें धर्म कष्टों अथवा संकटोंसे घिरा अवश्य होता है, धर्मके पालनसे कठिनाई […]