नई दिल्ली, । विजय हजारे ट्रॉफी 2021 का फाइनल मुकाबला पृथ्वी शॉ की कप्तानी वाली मुंबई और करन शर्मा की कप्तान वाली उत्तर प्रदेश के बीच खेला गया। इस मुकाबले में मुंबई ने यूपी को 6 विकेट से हरा दिया और खिताब पर कब्जा कर लिया। ये चौथा मौका है जब मुंबई ने ये खिताब अपने नाम किया तो वहीं पृथ्वी शॉ की कप्तानी में इस टीम ने पहली बार ये खिताबी जीत हासिल की। मुंबई ने साल 2020-21 से पहले 2003-04, 2006-07 और 2018-19 में ये खिताब जीता था।
काम नहीं आया माधव कौशिक का शतक
फाइनल मैच में यूपी के कप्तान करन शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था और 50 ओवर में 4 विकेट पर 312 रन का बड़ा स्कोर भी बनाया था। यूपी की तरफ से टीम के ओपनर बल्लेबाज माधव कौशिक ने नाबाद 158 रन की पारी खेली थी जबकि दूसरे ओपनर बल्लेबाज समर्थ सिंह ने 55 रन बनाए थे। इसके अलावा अक्शदीप नाथ ने भी 55 रन की तेज पारी खेली थी, लेकिन जीत के लिए मिले 313 रन के लक्ष्य को मुंबई ने बड़े आराम से हासिल कर लिया और 6 विकेट से मैच जीत लिया।
आदित्य तारे ने टीम को दिलाई जीत
मुंबई को विजेता बनाने में टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज आदित्य तारे का सबसे अहम योदगान रहा जिन्होंने शतक लगाया तो वहीं इसमें कप्तान व ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की तेज पारी का भी जबरदस्त योगदान रहा। पृथ्वी शॉ ने 39 गेंदों पर 73 रन की तेज पारी खेलते हुए टीम को तेज शुरुआत दी तो वहीं आदित्य तारे क्रीज पर टिके रहे और उन्होंने 107 गेंदों पर 16 चौकों की मदद से नाबाद 118 रन बनाए और टीम को जीत दिलाकर ही पवेलियन लौटे। आदित्य तारे ने चौका लगाकर टीम को जीत दिलाई।
इस मैच में मुंबई की टीम शुरू से ही यूपी पर हावी लग रही थी और टीम का रन रेट किसी भी वक्त नीचे नहीं गिरा। पृथ्वी शॉ ने जो तेज स्टार्ट टीम को दिया था उनके आउट होने के बाद भी अन्य बल्लेबाजों ने उसे कायम रखा और टीम को जीत मिली। मुंबई की टीम ने जीत के लिए मिले 313 रन के टारगेट को 41.4 ओवर में 4 विकेट खोकर 315 रन बनाते हुए हासिल कर ली। मुंबई की तरफ से यशस्वी जयसवाल ने 29 रन, शम्स मुलानी ने 36 रन, शिवम दूबे ने 42 रन का योगदान दिया।