बरौनी और बाढ़ एनटीपीसी का होगा विस्तारीकरण, एक ग्रीड से जुड़ गया है पूरा देश : आर के सिंह
बेगूसराय (आससे)। भारत के विकास को शक्ति प्रदान करने के लिए नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) द्वारा बिहार के बरौनी में निर्मित 250-250 मेगावाट क्षमता के दो यूनिट का लोकार्पण शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ॰ श्रीकृष्ण सिंह ने विकास की जो गति दी थी, उसे आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऊर्जा क्षेत्र का लगातार विस्तारीकरण किया जा रहा है।
बिहार में पहला थर्मल 1960 के दशक में शुरू किया गया था, दूसरा प्लांट मुजफ्फ़रपुर के कांटी में मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री काल में बना। लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे विभिन्न कारणों से दोनों की स्थिति खराब हो गई। 2005 में जब हमारी सरकार बनी तो दोनों थर्मल को दुरुस्त करने का प्रयास शुरू किया गया और एनटीपीसी के सहयोग से अब बिहार बिजली के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है। 2015 में सात निश्चय योजना से हर घर बिजली पहुंचाना कार्य शुरू किया गया, इसका लक्ष्य दिसंबर 2018 था। लेकिन काम की गति को देखते हुए केंद्र सरकार ने भी मदद किया तथा लक्ष्य से दो महीना पहले अक्टूबर 2018 में ही हमने राज्य के हर घर में बिजली पहुंचा दिया।
24 नवंबर 2005 को जब हमारी सरकार बनी तो उस समय बिहार की बिजली खपत क्षमता सात सौ मेगावाट थी, इसमें से कुछ नेपाल को भी दिया जाता था। लेकिन आज खपत बढ़कर छह हजार मेगावाट हो गई है। एनटीपीसी के बरौनी इकाई का निर्माण हो चुका है अब और एक्सटेंशन किया जाएगा, इससे इलाके का विकास होगा। बिहार सरकार ने बिजली का दर भी कम रखा है, बिजली खरीदने में जितना खर्च होता है, उसका 50 प्रतिशत से अधिक अनुदान दिया जा रहा है। सभी लोगों को बिजली का जरूरत के अनुसार ही उपयोग करना चाहिए, समय पर बिल का भुगतान करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन से फ़ैले कोरोना के कारण सभी गतिविधिायां शिथिल हो गई थी, लेकिन अब तमाम गतिविधिायां शुरू हो चुकी है। पूरे प्रदेश और देश में टीकाकरण हो रहा है, सभी लोग टीका लें। कार्यक्रम की अधयक्षता करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि बरौनी का निर्माण और जीर्णोद्धार 2011 से चल रहा था, लेकिन एनटीपीसी को सौंपे जाने के बाद इसमें और तेजी आई है। राज्य को विकास की जितनी आवश्यकता है, ऊर्जा मंत्रालय समेत पूरा केंद्र सरकार उसमें मदद कर रहा है। बिहार में 10 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 78 सौ मेगावाट निर्माण शुरू हो चुका है, 19 सौ मेगावाट का कार्य प्रगति पर है। अभी बिहार को 56 सौ मेगावाट बिजली मिल रही है, जल्द ही 19 सौ मेगावाट और मिलेगी, उसके बाद भी जितनी बिजली चाहिए हम देंगे।
ऊर्जा के क्षेत्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार लगातार प्रगति कर रही है। पहले देश स्वाबलंबी नहीं था, लेकिन स्थिति काफ़ी बदल चुकी है और सभी क्षेत्र के साथ बिजली के मामले में भी देश ना केवल आत्मनिर्भर हो चुका है, बल्कि बांग्लादेश, नेपाल और म्यामार को निर्यात भी किए जा रहे हैं। श्रीलंका को ग्रीड से जोड़ा जा रहा है, जल्द ही श्रीलंका को भी बिजली दिए जाएंगे। नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद एक लाख 51 हजार किलोमीटर ग्रीड बिछाकर देश को कोने-कोने से जोड़ा गया है। कन्याकुमारी से लेकर लेह लद्दाख तक देश एक ग्रीड से जुड़कर दुनिया को अपनी ऊर्जा शक्ति दिखा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजली के क्षेत्र में तमाम राज्यों को आधारभूत संरचना विकास के लिए दो लाख दो हजार करोड़ रुपया दिया है। जिसमें से 24 हजार करोड़ सिर्फ बिहार को दिया गया है, इससे 326 नया सब स्टेशन बना, 165 पावर स्टेशन को अपग्रेड किया गया, 102632 एचटी एवं एलटी लाइन बिछाया गया, 86 हजार ट्रांसफ़ार्मर लगाए गए। विश्व बैंक का सर्वे है कि 2015 से पहले बिहार में छह-सात घंटा बिजली मिलती थी, आज 20 घंटा 30 मिनट मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक पांच लाख मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी पैदा करने का लक्ष्य रखा है, अभी डेढ़ लाख मेगावाट बन रहा है। देश को 2030 तक आठ लाख 20 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत होगी और इसके लिए लगातार देशभर में प्रयास किए जा रहे हैं। बरौनी एवं बाढ़ एनटीपीसी का और विस्तार होगा।
एनटीपीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने कहा कि एनटीपीसी उत्पादन क्षमता के साथ देश की सबसे बड़ी कंपनी है। अब रिन्यूएबल एनर्जी पर जोर दिया जा रहा है, बिहार सरकार बरौनी में जमीन उपलब्ध कराए तो यहां भी रिन्यूएबल एनर्जी संयंत्र लगेगा। एनटीपीसी बरौनी भी ना केवल बिजली का उत्पादन करती है, बल्कि सामुदायिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम का संचालन प्रतिभा सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन एनटीपीसी के मानव संसाधन निदेशक डीके पटेल ने किया। मौके पर केंद्रीय ऊर्जा सचिव आलोक कुमार, बिहार सरकार के मुख्य सचिव चंचल कुमार, विद्युत विभाग के सचिव संजीव हंस, तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह एवं मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह भी मौजूद थे। लोकार्पण समारोह के बाद मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने एनटीपीसी बरौनी के स्टेज-दो का निरीक्षण भी किया।