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- जिले के औसत से कम डोज लगाने वाले प्रखंडों में रहुई, सिलाव, नूरसराय, नगरनौसा, बेन, परबलपुर तथा एकंगरसराय
- कोविड वैक्सीनेशन में टॉप पर रहा बिहारशरीफ, कतरीसराय, चंडी, थरथरी और गिरियक प्रखंड
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बिहारशरीफ (नालंदा)। कोविड वैक्सीन लेने में नालंदा के लोगों ने अच्छी दिलचस्पी दिखाई है तभी तो 76.3 फीसदी लोगों ने पहला और 76.5 फीसदी लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज लिया है। टोटल टारगेट का 76.4 फीसदी उपलब्धि जिले ने हासिल की है।
नालंदा जिले को 295 पंचायत और वार्ड में विभाजित कर कोविड वैक्सीनेशन की व्यापक रूपरेखा तय की गयी थी, जिसका अच्छा फलाफल सामने आया है। जिले के 18 से अधिक आयु वर्ग के 2076347 लोगों को कोविड वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया था। इसके विरुद्ध जिले के 1583565 लोग यानी 76.3 फीसदी लोगों को 30 नवंबर तक कोविड वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। 30 नवंबर तक 876726 लोग यानी टारगेट का 76.5 फीसदी लोग वैक्सीन का दूसरा डोज ले चुके है। जिले में पहला और दूसरा डोज वैक्सीन देने के लिए जो लक्ष्य था वह 3221913 डोज का था, जिसके विरुद्ध 2460291 डोज यानी 76.4 फीसदी उपलब्धि वैक्सीनेशन में हासिल कर ली गयी है।
बिहारशरीफ शहरी क्षेत्र में 360160 लोगों को कोविड वैक्सीन देने का लक्ष्य था, जिसमें 314713 यानी 87.4 फीसदी लोगों को पहला तथा 175552 यानी लक्ष्य का 75 फीसदी लोगों का वैक्सीन का दूसरा डोज दिया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वैक्सीनेशन का सबसे खराब प्रदर्शन रहुई ब्लॉक का रहा है, जहां पहला और दूसरा डोज का कुल लक्ष्य 146682 डोज था लेकिन 91198 डोज यानी 62.2 फीसदी उपलब्धि मिली है। खराब प्रदर्शन करने में नीचे से दूसरे नंबर पर सिलाव प्रखंड रहा है, जहां 160851 डोज लक्ष्य के विरुद्ध 100755 डोज यानी 62.6 फीसदी हीं उपलब्धि हासिल हुई है।
नूरसराय में भी स्थिति लगभग यही है। इस प्रखंड की भी कुल उपलब्धि 65.7 है। हालांकि जिले का एवरेज एचीवमेंट 76.4 फीसदी है और इस टारगेट के बराबर भी उपलब्धि हासिल नहीं करने वाले अन्य प्रखंडों में नगरनौसा, बेन, परबलपुर, एकंगरसराय, हिलसा और राजगीर है। इन सभी प्रखंडों की उपलब्धि सामान्य से कम है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों में टॉप पर बिहारशरीफ प्रखंड रहा है, जबकि दूसरे नंबर पर कतरीसराय, तीसरे में चंडी, चौथे में थरथरी और पांचवें में गिरियक प्रखंड रहा है।