पटना

बिहारशरीफ: जल जीवन हरियाली के तहत जिले में जोर-शोर से चल रहा है कार्य


  • लघु जल संसाधन विभाग 56, ग्रामीण विकास विभाग 145 जल संरचनाओं पर कर रही है काम
  • 66 आहर तथा 1127 पईन में चल रहा है जीर्णोद्धार का कार्य
  • 14340 एकड़ में जैविक खेती तथा 1243 एकड़ में टपकन सिंचाई
  • 392 कुआं का जीर्णोद्धार के साथ ही दो हजार चापाकल और तीन सौ कुओं पर सोख्ता का निर्माण

बिहारशरीफ (आससे)। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत जिले में कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम चल रहा है। लघु जल संसाधन विभाग पांच एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले 56 जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया है, जिसमें 45 का काम पूर्ण हो चुका है। जबकि पांच एकड़ से कम क्षेत्रफल वाले तालाबों का जीर्णोद्धार ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कराया जा रहा है। 145 तालाबों के जीर्णोद्धार कार्य की योजना प्रारंभ की गयी, जिसमें 102 योजनाएं पूर्ण की जा चुकी है। बाकी में काम चल रहा है।

जल जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने योजनाओं में तेजी लाने और कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 36 अन्य तालाब एवं पोखरा का जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर विभाग को भेजा गया है तथा 34 और का डीपीआर भेजा जा रहा है। डीएम ने सभी डीपीआर को जल्दी से विभाग को समर्पित करने का निर्देश दिया।

लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 66 में 64 आहर तथा 1127 में 1120 पईनों का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण किया गया है, जबकि ग्रामीण विकास के माध्यम से 93 में से 59 आहर, तथा 758 में 626 पईनों का जीर्णोद्धार पूरा किया गया है। डीएम ने प्रारंभ की योजनाओं का कार्य निर्धारित समय के अंदर पूर्ण करने का निर्देश दिया।

उद्यान के सहायक निदेशक ने बताया कि जिले में जैविक खेती के तहत अब तक 14340 एकड़ क्षेत्र में खेती की जा रही है। जबकि 1243 एकड़ क्षेत्रफल में टपकन सिंचाई विधि से सिंचाई की जा रही है। डीएम ने डीआरडीए के जैविक खेती एवं टपकन सिंचाई की योजना का स्थल निरीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

पीएचईडी द्वारा बताया गया कि 249 कुओं को जीर्णोद्धार कराया जा रहा है, जिसमें 242 का काम  पूर्ण हो चुका है। इसके साथ ही सभी नगर निकायों को भी निकाय क्षेत्र के कुओं का जीर्णोद्धार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बिहारशरीफ के नगर आयुक्त ने बताया कि 150 कुओं का जीर्णोद्धार की कार्रवाई की जा रहीं है।

डीएम ने सभी कुआं एवं चापाकल के पास भूगर्भ जल को रिचार्ज करने के लिए सोख्ता निर्माण भी सुनिश्चित करने को कहा। समीक्षा में पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में 1298 चापाकल और 234 कुओं के पास सोख्ता का निर्माण कराया गया है, जबकि शहरी क्षेत्र में 135 चापाकल तथा 83 कुआं के पास सोख्ता निर्माण हुआ है। अन्य चिन्हित चापाकल एवं कुओं के पास सोख्ता निर्माण सुनिश्चित करने का डीएम ने निर्देश दिया।

जल संसाधन विभाग द्वारा बताया गया कि संरचनाओं की उड़ाही एवं जीर्णोद्धार की आठ योजनाओं का प्राक्कलन सरकार को भेजा गया है, जिसमें बिहारशरीफ प्रखंड के सकरी नदी के राजपूत कटौना से परमानंदपुर तक साढ़े तीन किलोमीटर भाग के कार्य की कार्य स्वीकृति मिल चुकी है, जिसकी निविदा प्रक्रियाधीन है।

बैठक में उपविकास आयुक्त राकेश कुमार, नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल, डीआरडीए के निदेशक संतोष श्रीवास्तव, कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण, लघु जल संसाधन, भवन, विद्युत, पीएचइडी के अलावे सहायक निदेशक उद्यान, जिला मत्स्य पदाधिकारी तथा सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।