पटना

बिहारशरीफ: जहरीली शराब कांड मामले में आठ पर हत्या की प्राथमिकी


6 अलग-अलग केसों में 18 नामजद बने आरोपी एक पीड़ित ने भी कराया प्राथमिकी

बिहारशरीफ। बड़ी पहाड़ी शराब कांड मामले में छः प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें पांच पुलिस द्वारा और एक पीड़ित रिषि के बयान पर दर्ज किया गया है, जिनमें आठ लोगों पर जहरीली शराब कांड में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। अलग-अलग प्राथमिकियों में शराब के धंधे में शामिल 18 लोगों के विरुद्ध नामजद तथा अज्ञात लोगों के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज हुई है। इस शराब कांड में अपनी आंख गंवा चुके रिषि ने जो बयान दर्ज कराया है उसमें दो लोगों को आरोपित बनाया गया है।

पुलिस द्वारा जो पांच प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है वह 15 जनवरी को दर्ज हुआ है, जबकि छठी प्राथमिकी 17 जनवरी को दर्ज की गयी है। इस मामले में मंसूर नगर के कारू पासवान, जितेंद्र कुमार उर्फ बोकड़ा, सुरेंद्र प्रसाद उर्फ सिंह जी, छोटी पहाड़ी की मीना देवी, उसका पुत्र संजय पासवान उर्फ भोंभा, सिंटू राम तथा पहड़तल्ली निवासी सुनीता मैडम और उसका पुत्र सूरज पर हत्या का मामला दर्ज हुआ है।

इसके अलावे मंसूर नगर के चंदन पासवान, अंडा, नगीना चौधरी, जेपी चौधरी, संतोष चौधरी, पहड़तल्ली के हकला उर्फ रंजीत पासवान, टिकुली पर के संतोष यादव उर्फ टेंगड़ा, बड़ी पहाड़ी मोहल्ले के देवनंदन पासवान, उसका पुत्र आकाश पासवान और  प्रकाश पासवान तथा नूरसर शय थाना क्षेत्र के कैला गांव का एक अज्ञात के विरुद्ध भी नामजद प्राथमिकी हुई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पहला मुकदमा तत्कालीन थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद के बयान पर दर्ज हुआ है, जिसमें मंसूर नगर के मुन्ना कुमार को अभियुक्त बनाया गया है। उसके पास से शराब जब्त हुई थी। दूसरी प्राथमिकी सुभाष कुमार नामक पुलिस कर्मी ने दर्ज कराया था, जिसमें पहाड़ी पर निवासी सुनील राम अभियुक्त बनाया गया था, जिसके पास से देसी शराब जब्त हुआ था। तीसरी प्राथमिकी राजकिशोर सिंह नामक पुलिस कर्मी ने दर्ज कराया था, जिसमें बड़ी पहाड़ी के मुन्ना कुमार, छोटी पहाड़ी के राहुल कुमार को अभियुक्त बनाया गया था।

रिषि जो अपनी आंख की रोशनी गवां चुका है ने भी प्राथमिकी दर्ज करायी। उसके अनुसार मकर संक्रांति के दिन अपने भाई के साथ मिलकर मीना देवी और उसका बेटा भोंभा से तीन सौ रुपये की शराब खरीदी थी और अपने भाई राजू के साथ छुपकर शराब पीया था। 15 जनवरी को दोनों की आंख खराब हो गयी। परिजनों ने पहले उसे विम्स में भर्ती कराया, बाद में प्राइवेट क्लिनिक में इलाज कराया गया।

एक अन्य प्राथमिकी सुरेश प्रसाद के बयान पर दर्ज की गयी जिसमें 8 लोगों को आरोपित बनाया गया और इनपर हत्या जैसे संगीन अपराध लगे। प्राथमिकी के अनुसार मृतक को पोस्टमार्टम कराने के बाद चिकित्सकों ने उनके शरीर में अल्कोहल मिलने की पुष्टि की थी। दर्ज मुकदमा के अनुसार कारू उसका चचेरा भाई बोकड़ा, उसका बहनोई मिलकर शराब बनाता था और पाउच में पैक कर मीना, भोंभा, सिंटू, सूरज और सुनीता को बेचने के लिए देता था।

छठी प्राथमिकी प्रभारी थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह द्वारादर्ज कराया गया है। इसमें शराब के धंधे में शामिल 18 नामजद और एक अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है। कारू को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसने बताया कि वह सिंटू और अपने बहनोई सुरेंद्र के साथ मिलकर शराब का धंधा करता था। पहले नूरसराय के कैला गांव के एक धंधेबाज उसे शराब लाकर देता था बाद में वह खुद बनाना शुरू कर दिया। वह सिंटू व उसका बहनोई सुरेंद्र के साथ काम करता था।

बाद में उसका दूसरा बहनोई चंदन भी धंधे में शामिल हो गया और झारखंड से स्पिरिट मंगवाता था। इसमें व्हाइटनर मिलाकर शराब बनाता था। उसे प्लास्टिक में पैक कर अन्य धंधेबाजों को बेचने के लिए देता था। कभी-कभी स्पिरिट की जरूरत पर टिकुली पर के टेंगड़ा से खरीदता था। 14 तारीख से पहले उन्होंने शराब तैयार कर उसे बेचने के लिए दिया था। 15 की घटना के बाद सभी भाग निकले। 17 को शराब व अन्य सामान को घटना स्थल से हटाने के चक्कर में वह गिरफ्तार हो गया।