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- मंगल पांडेय ने कहा देश का अत्याधुनिकतम होगा यह डेंटल कॉलेज जहां सामान्य रोगियों का भी होगा इलाज
- जून 2022 तक भवन हो जायेगा स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित
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बिहारशरीफ (नालंदा)। वर्ष 2023 से राजकीय डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पीटल, भागनबिगहा, रहुई में बैचलर ऑफ डेंटल साइंस (बीडीएस) की पढ़ाई शुरू हो जायेगी, क्योंकि वर्ष 2022 के जून तक इस कॉलेज का भवन बन कर तैयार हो जायेगा। यह जानकारी बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दी। वे गुरुवार को डेंटल कॉलेज के भवन निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह कॉलेज देश का अत्याधुनिकतम डेंटल कॉलेज होगा, जिसके निर्माण पर 404 करोड़ की लागत आयी है।
मंत्री ने कहा कि कोविड जैसे विषम परिस्थिति में भी इस संस्थान के भवन निर्माण का काम जारी रहा। मंत्री के साथ स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत तथा निर्माण कंपनी के वरीय अधिकारी भी शामिल थे। सरकारी क्षेत्र का बिहार का यह दूसरा डेंटल कॉलेज होगा। 27 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस डेंटल कॉलेज की आधारशिला रखी थी। इस कॉलेज के भवनों का निर्माण 24 खंडों में किया जा रहा है। डेंटल कॉलेज का मुख्य भवन भूकंपरोधी है।
यह पहला डेंटल कॉलेज होगा जहां सामान्य चिकित्सा की व्यवस्था होगी। इसके लिए सौ बेड का अस्पताल होगा। यहां 100 छात्रों को डेंटल की पढ़ाई की जायेगी, जहां दांत की सामान्य से लेकर अत्याधुनिकतम चिकित्सा होगी। सरकार इस डेंटल कॉलेज में अन्य बीमारियों के लिए भी अस्पताल बनवा रही है, जहां 10 बेड का आधुनिकतम इमरजेंसी हॉस्पीटल होगा, आईसीयू भी होगी, प्रसव भी कराया जायेगा। यहां अत्याधुनिकतम ऑपरेशन थियेटर, अल्ट्रा सोनोग्राफी, सिटी स्कैन, एक्सरे के साथ हीं अन्य जांच सुविधाएं भी होगी।
कॉलेज में 500 क्षमता वाला ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है। इस परिसर में डेंटल और जेनरल अस्पताल के अलावे पैथोलॉजी, ब्लड बैंक, लाउंड्री, रसोईघर, मेडिकल स्टोर, प्रयोगशाला, परीक्षा भवन, लाइब्रेरी, लेक्चर थियेटर, मुख्य प्रशासनिक भवन के अलावे आवासीय परिसर भी बनाया जा रहा है। खास बात यह है कि यहां पढ़ने और पढ़ाने वाले के साथ ही अन्य कार्यों के लिए तैनात कर्मियों के लिए यह परिसर पूर्णतः आवासीय होगा।